मैट्रो प्लस से मोहित गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद,1 अप्रैल: महारानी वैष्णोदेवी मंदिर में नवरात्रों के दिन दुर्गा के चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा यानि पेठा माता की भव्य पूजा अर्चना की गई। मंदिर में प्रात: से ही भक्तों का तांता लगना आरंभ हो गया। श्रद्धालुओं ने मंदिर में मां के दरबार में माथा टेका और मां कूष्मांडा की आरती की। इससे पहले मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया सहित सभी श्रद्धालुओं ने मंदिर में मां भगवती की पालकी के साथ परिक्रमा का आयोजन किया। इस शुभ अवसर पर सैंकड़ों भक्तों ने मां के जयकारों के साथ परिक्रमा में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया।
मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने मां कूष्मांडा का महिमा मंडन करते हुए बताया कि नवदुर्गा के इस चौथे स्वरूप मां कूष्मांडा का एक नाम पेठा भी है। इस औषधि से पेठा की मिठाई बनती है, इसलिए मां कूष्मांडा को पेठा भी कहते हैं। उन्होंने कहा कि मां के एक अन्य स्वरूप को कुम्हाडा भी कहते हैं। उनके अनुसार जो पुष्टिकारक एवं रक्त के विकार को ठीक कर पेट साफ करने में सहायक है। श्री भाटिया के अनुसार मानसिक रूप से कमजोर व्यक्ति के लिए यह अमृत समान है। यह शरीर के समस्त दोषों को दूर कर हदय रोग को ठीक करता है। इस कुम्हाडा रक्त पित्त एवं गैस को दूर करता है। इन बीमारियों से पीडि़त व्यक्ति को पेठा के उपयोग के साथ साथ मां कूष्मांडा की अराधना अवश्य करनी चाहिए। इससे उनके सभी दोष दूर हो जाएंगे।
इस अवसर पर मंदिर में शहर के प्रमुख गणमान्य मंजू नागपाल, राहुल मक्कड़, धीरज पुंजानी, अशोक कुमार, सुरेंद्र गेरा, अमिताभ गुलाटी, सुरेंद्र आहुजा, दर्शनलाल मलिक, अंजू, कमलेश एवं फकीरचंद कथूरिया ने पूजा अर्चना हिस्सा लिया। मंदिर के प्रधान जगदीश भाटिया ने बताया कि साल में दो बार नवरात्रों का पर्व धूमधाम व उत्साह पूर्वक मनाया जाता है। प्रात: मंदिर में पूजा अर्चना का आयोजन होता है। जोकि देर रात तक जारी रहता है। मंदिर में सभी सदस्य इन भव्य आयोजन को व्यवस्थित बनाए रखने में अपना पूर्ण योगदान देते हैं। मंदिर के कपाट भक्तों के लिए चौबीस घंटे खोले जाते हैं।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *