एस्कार्टस-मुजेसर मैट्रो स्टेशन का नाम हो सकता है वाईएमसीए मैट्रो स्टेशन
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 10 दिसंबर:
सन् 2009 में बनी वाईएमसीए यूनिवर्सिटी एक ब्रांड है, जिसका नाम बेस्ट यूनिवर्सिटी के रूप में पूरे देश में करना ही उनका सपना है। और अपने इस सपने को पूरा करने के लिए वे कोई कोर-कसर बाकी नहीं छोडेंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री मनोहरलाल ख_र भी कृतसंकल्प हैं। अगले एक-दो साल में वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में चारों तरफ बदलाव नजर आएगा जिसके लिए जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। यह कहना था वाईएमसीए यूनिवर्सिटी ऑफ साईंस एंड टेक्नोलॉजी के वाईस चांसलर दिनेश अग्र्रवाल का। श्री अग्रवाल आज यहां वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में शहर की सोशल मीडिया के एकमात्र संगठन न्यू मीडिया जर्नलिस्ट एसोसिएशन (एनएमजेए) के सदस्यों के साथ रूबरू हो रहे थे।
वाईस चांसलर दिनेश अग्र्रवाल ने कहा कि फिलहाल वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में रिसर्च प्रोजेक्ट की कमी है जिसके लिए यह यूनिवर्सिटी जानी जाती है। इसलिए वे चाहते हैं कि इस वर्ष यूनिवर्सिटी में एक से 10 तक रिसर्च प्रोजेक्ट हो ताकि यहां के बच्चे पढ़ाई के साथ-साथ वाईएमसीए यूनिवर्सिटी ऑफ साईंस एंड टेक्नोलॉजी के नाम की तरह रिसर्च मेें भी आगे आएं। वाईस चांसलर दिनेश अग्र्रवाल ने ऑनलाईन एजुकेशन के बारे में कहा कि साईंस एंड टेक्नोलॉजी की इस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी मेंं छात्रों को 10 से 12 घंटे मशीनों पर काम कराया जाता है ताकि उनमें अपने हाथ से काम करने का हुनर आ सके जबकि ऑनलाईन एजुकेशन में ऐसा नहीं हो सकता। हां, इतना जरूर है कि यहां के छात्रों को ऑनलाईन एजुकेशन के कुछ कोर्स जरूर कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस यूनिवर्सिटी में अभी हरियाणा की दूसरी यूनिवर्सिटियों की अपेक्षा जगह की कमी है। इसलिए वे सरकार से मांग करेंगे कि इस वाईएमसीए यूनिवर्सिटी को एक्सटेंड करने के लिए ओर जगह मुहैया कराए। क्योंकि जो दूसरी यूनिवर्सिटी है वो 200 से 500 एकड़ तक में हैं जबकि उनकी वाईएमसीए यूनिवर्सिटी मात्र 20 एकड़ है। साथ ही उनका यह भी कहना था कि वो इस यूनिवर्सिटी को एक्सटेंड करने के लिए उसे 5-6 मंजिल की बनाएंगे जैसा कि सिंगापुर आदि देशों में होता है।
एस्कार्टस-मुजेसर मैट्रो स्टेशन का नाम वाईएमसीए पर रखे जाने के नाम पर उन्होंने अपनी सहमति जताते हुए उन्होंने इसके लिए सरकारी स्तर पर बात करने और उचित कदम उठाने की बात भी कही।
वाईएमसीए यूनिवर्सिटी के एलुमनाई छात्रों (जो छात्र वाईएमसीए में पढ़कर जा चुके हैं) की यूनिवर्सिटी में भागेदारी को लेकर उनका कहना था कि दो-तीन महीनों में एलुमनाई छात्रों के साथ मीटिंग कर उनका यूनिवर्सिटी के हित में फीडबैक भी लिया जाएगा। यहीं नहीं, यूनिवर्सिटी के प्रतिभावान छात्रों को समय-समय पर यहां होने वाले समारोह मेंं राज्यपाल आदि से सम्मानित भी करवाया जाएगा। ध्यान रहे कि राज भाटिया, नवीन सूद, अनिल भारद्वाज जैसी शहर की कई शख्सियत हैं जोकि वाईएमसीए यूनिवर्सिटी के एलुमनाई छात्र हैं।
वाईस चांसलर दिनेश अग्र्रवाल का कहना था कि वाईएमसीए यूनिवर्सिटी में इस बार 2600 सीटें हैं जिनकी संख्या अगले साल 3000 तथा अगले दो वर्षों में 4000 करना उनका लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि आगामी 4 व 5 मार्च-2016 को यूनिवर्सिटी में रोल ऑफ साईंस एंड टेक्नोलॉजी इन मेक इन इंडिया पर एक कांफ्रेंस का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें करीब 250-300 साईंटिस्ट हिस्सा लेंगे।
वाईएमसीए यूनिवर्सिटी की खामियों को लेकर उनका कहना था कि इन खामियों को जल्द ही दूर किया जाएगाा तथा यूनिवर्सिटी के विस्तार तथा विकास में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उनका कहना था कि वाईएमसीए यूनिवर्सिटी का एनसीआर क्षेत्र में अच्छा एडवेंटेज है, इसलिए यहां कि कमियों को दूर करने में यूनिवर्सिटी के स्टॉफ तथा फेकेल्टी सहित छात्रों का भी पूरा सहयोग लिया जाएगा। IMG_8493
IMG_8479IMG_8524

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *