Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 18 अक्टूबर:
समय अब बदल रहा है। महिलाएं रूढि़वादी परंपराओं को तोड़कर नए जमाने के साथ कदमताल करना चाहती है। स्व-रोजगार से धीरे-धीरे आत्मनिर्भर हो रहीं महिलाएं हर चुनौती को लांघने को तैयार हैं। कुछ ऐसा ही देखने को मिला बानगी गढख़ेड़ा गांव में जहां सैंकड़ों महिलाओं ने हरियाणा राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तत्वावधान में आयोजित शक्ति चौपाल पर मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंची अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता से सीधा संवाद किया जिन्होंने महिला चौपाल की फीता काटकर शुरूआत की।
इस मौके पर महिलाओं ने अपनी व्यक्तिगत परेशानी से लेकर समाज परिवर्तन पर चिंता जताई। गांव फतेहपुर बिल्लौच की समूह सदस्य ललिता ने बताया कि वह तीन साल पहले मिशन के कार्यों से जुड़ी थी। विभागीय सहयोग मिलने से आज वह खिलौना बनाती है। आजीविका वर्धन होने से उसने अपनी बेटी को उच्च शिक्षा देने में कामयाब रही। इसी तरह साहुपुरा गांव की समूह सखी राधा ने बताया कि दृढ़विश्वास से जीवन में हर मुकाम पाया जा सकता है। उसे आजीविका मिशन से जुड़ी एक ऑटो किराए पर खरीदा है जिससे वो अपनी आजीविका चला रही है।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता ने कहा कि महिला शक्ति का रूप है। उसे कभी स्वयं को कमजोर नहीं समझना चाहिए। महिलाएं अपनी पसंद के प्रशिक्षण व आजीविका का चुनाव करके बड़े बदलाव ला सकती है। वहीं अमृता हॉस्पिटल से आए रवि कालांतर ने महिलाओं को आजीविका संबंधित अवसरों से अवगत कराया।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के मीडिया समन्वयक/कॉडिनेटर मुकेश वशिष्ठ ने भी हरियाणा सरकार की महिला हितैषी स्कीम पर प्रकाश डाला
इस मौके पर एचएसआरएलएम के जिला कार्यक्रम अधिकारी शिवम तिवारी, रेशमा, ललिता, कृष्णा, दर्शन, सरला आदि सहित सैकड़ों महिलाएं मौजूद थी।

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