Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 18 अक्टूबर:
बता दे कि 11 अक्टूबर को अप्रहत राजकुमार की दुसरी पत्नी ने चौकी सैक्टर-16 में एक शिकायत दी की उसके पती को कुछ गुंडे शिफ्ट गाड़ी में जबरदस्ती उठाकर ले गए है। पुलिस ने तुरंत कार्यवाही करते हुए महिला की शिकायत पर अपहरण की धाराओं में थाना सैक्टर-17 में मामला दर्ज किया गया।
पुलिस आयुक्त राकेश कुमार आर्य के द्वारा अपराध पर अंकुश लगाने में अपराधियों को जेल की सलाखों में भेजने के दिए गए दिशा-निर्देश पर कार्यवाही करते हुए डीसीपी क्राइम हेमेंद्र कुमार मीणा के आदेश पर तुरंत कार्यवाही करते हुए एसीपी क्राइम अमन यादव के मार्ग दर्शन में क्राइम ब्रांच सैक्टर-17 प्रभारी अशोक कुमार की टीम ने पंजाब, मोहाली से 3 आरोपियों को गिरफ्तार कर अपहृत राजकुमार को छुड़वाया गया। मामले में कुल सात आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।

गिरफ्तार आरोपियों में हर्ष, राहुल, महेश, नरवीर, विनय, धर्मेन्द्र और योगेश उर्फ योगी का नाम शामिल है। आरोपी हर्ष, राहुल, महेश पलवल के गांव डराना के आरोपी धर्मेंद्र पलवल के गांव अलावलपुर का आरोपी नरवीर गांव चंदावली का आरोपी विनय रेवाड़ी के गांव पिथड़ावास तथा आरोपी योगेश उर्फ योगी राजस्थान के भरतपुर जिले के गांव रिठोटी का रहने वाला है। क्राइम ब्रांच टीम SI अनिल कुमार PSI जितेन्द्र, EASI सुखबीर, HC विक्रम,  CT संजीत, प्रवीन, विकास और सचिन की टीम ने कार्यवाही करते हुए अपने गुप्त सूत्रों से प्राप्त सूचना से आरोपी पर हरिद्रार, देहरादून, चंडीगढ, मोहाली पंजाब में छापा मारते हुए अपहरण किए गए व्यक्ति राजकुमार को मोहाली से बरामद किया है। गिरफ्तार आरोपियों में नरवीर फरीदाबाद के कोर्ट में तथा आरोपी विनय चंडीगढ़ हाईकोर्ट में प्रैक्टिस करता है। आरोपी नरवीर फरीदाबाद कोर्ट में प्रैक्टिस करता है आरोपी विनय और नरवीर दोस्त हैं। नरवीर, विनय व धर्मेन्द्र उर्फ धरमू को नया गांव मोहाली पंजाब से गिरफ्तार किया गया है।
मुख्य आरोपी विनय और नरवीर ने योजना बनाकर योगेश उर्फ योगी को अप्रहत व्यक्ति राजकुमार के घर किराए पर रहने के लिए भेजा। आरोपी योगेश उर्फ योगी राजकुमार के घर नाम बदलकर मुकेश के नाम से कुछ दिन से रह रहा था। आरोपी योगेश अपने साथ एक दिन पहले आरोपी धर्मेन्द्र को अप्रहत व्यक्ति की पहचान के लिए अपने किराए के मकान पर लेकर आया था। आरोपी योगेश उर्फ योगी ने योजना के तहत बताया कि उसका जानकार बैंक में मैनेजर है, वो फरीदाबाद सैक्टर-16 ए से शिफ्ट होकर गुंडगांव जा रहा है और पुराना सौफा सैट, LED, बैड बेचना चाहता है। जिसको में खरीदना चहाता हूं। राजकुमार व उसकी दुसरी पत्नी को सोफा कम पैसे में खरीदने का लालच देकर सैक्टर-16 फरीदाबाद लेकर आया था। आरोपी ने राजकुमार और उसकी पत्नी को वह सन फ्लैग अस्पताल के पिछे खड़ा करके चाबी के लाने के नाम पर वहां से चला गया। आरोपी धर्मेन्द्र ने राजकुमार को पहचान लिया और उसको उठाकर गाड़ी में डाल लिया और महिला को धक्का मारकर राजकुमार को लेकर फरार हो गए।

क्राइम ब्रांच टीम के द्वारा आरोपी नरवीर, विनय व धर्मेन्द्र उर्फ धरमू से पूछताछ के बाद आरोपी योगेश उर्फ योगी को खेडी पुल से गिरफ्तार किया। आरोपी नरवीर व घर्मेंन्द्र को मामले में पूछताछ के लिए 2 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। आरोपी विनय और योगेश को अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। आरोपियों से पूछताछ के बाद आरोपी हर्ष, राहुल व महेश को कैली गांव को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से वारदात में प्रयोग स्फिट डिजायर, i20 व स्फिट के साथ 32 बोर पिस्टल, 19 जिंदा रोंद व 315 बोर पिस्तौल को बरामद किए गए है।
आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि हर्ष, राहुल महेश ने हरिद्वार घूमने का प्लान बनाया था। जिनको नरवीर ने 15 हजार रूपए दिए और राजकुमार को उठाकर हरिद्वार लेजाने को कहा। आरोपी धर्मेन्द्र आरोपी नरवीर का भांजा है तथा आरोपी महेश आरोपी धर्मेंन्द्र का साला है। आरोपी हर्ष, राहुल, महेश आपस में दोस्त है। आरोपियों को 5 हजार रूपय बाद में दिए थे।
सारा मामला जमीन का था। आरोपी विनय की बहन की शादी राजकुमार के साथ हुई थी। राजकुमार को 2 बच्चे भी है। राजकुमार की 4 एकड़ जमीन आईएमटी में चली गई थी। जिसके काफी पैसे आए थे। राजकुमार ने उन पैसे से 8 एकड़ जमीन और 2 प्लाट खरीदे थे। राजकुमार घर से बहार किसी अन्य महिला के साथ रहने लागा। राजकुमार से आरोपी विनय की बहन के नाम सभी जमीन और पैसे करा लिए गए। सिर्फ 2 प्लाट राजकुमार के नाम पर है। अब 2 प्लाट को लेकर झगड़ा चल रहा था। राजकुमार ने दुसरी महिला से कोर्ट में शादी कर ली थी। जिसके लिए राजकुमार ने हाई कोर्ट से प्रोटेक्शन की फाईल लगा रखी थी। जिसकी सुनवाई 17 अक्टूबर को थी। प्रोटेक्शन ना मिले इसके लिए आरोपी विनय और नरवीर ने योजना बनाकर राजकुमार का अपहरण कराया था।

आरोपी योगेश उर्फ योगी से पूछताछ में सामने आया कि आरोपी पर राजस्थान में हत्या का मामला दर्ज है जिसमें आरोपी को उम्र कैद की सजा सुनाई जा चुकी है। आरोपी भरतपुर डीग माननीय अदालत से पैरोल पर आने के बाद अदालत से फरार चल रहा है। आरोपी ने सुपारी लेकर हत्या की वारदात को अनजाम दिया है।
आरोपी विनय के पास 32 बोर की पिस्तौल लाईंसेंस की थी। आरोपी धर्मेंद्र देशी कट्टे को अलीगढ़ से किसी अंजान व्यक्ति से खरीद कर लाया था। सभी आरोपियों को पूछताछ के बाद अदालत में पेश कर जेल भेजा गया।

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