समाजसेवी का चोला पहने बैठे डा०राकेश गुप्ता ने समाजसेवा की दुहाई देकर लोगों को लूटने में सबको पीछे छोड़ा
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 13 जून (महेश गुप्ता): ईएसआई कॉरपोरेशन के साथ धोखाधड़ी करने की बात हो या फिर मरीजों के परिजनों से उसकी मौत का डर दिखाकर उनसे मोटी रकम वसूलने का मामला। सर्वोदय अस्पताल किसी भी मामले में पीछे नहीं है। सैक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल का विवादों से गहरा रिश्ता है। आए दिन यहां अस्पताल प्रबंधकों द्वारा की जाने वाली लापरवाही और उसके कारण होने वाली मौतों के किस्से सुनने को अक्सर मिलते रहते है। मरीजों के परिजनों से उसकी मौत का डर दिखाकर उनसे मोटी रकम वसूलना इनके लिए कोई नई बात नहीं है। पैसे की हवस में अस्पताल के संचालक इंसानियत को तो भूला ही बैठे हैं। समाजसेवी का चोला पहन समाजसेवा की दुहाई देकर लोगों को लूटने वाले सर्वोदय अस्पताल के चेयरमैन डा०राकेश गुप्ता ने इन मामलों में सबको पीछे छोड़ रखा है।
ऐसा ही एक ताजा उदाहरण यहां देखने को मिला जब अस्पताल प्रबंधकों ने एक हमले में घायल होकर आए फियाजुल नामक एक मरीज के परिजनों से उसकी मौत का डर दिखाकर उनसे मोटी रकम वसूलने का प्रयास किया। इसमें वो कुछ हद तक कामयाब भी हो गए। लेकिन अस्पताल प्रबंधकों द्वारा जब हद पार कर पैसों की मांग होने लगी तो फियाजुल के परिजनों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने इस सारे मामले से भारतीय प्रवासी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संतोष यादव को अवगत कराया। मामले की छानबीन के बाद सच्चाई सामने आने पर इस विवादास्पद सर्वोदय अस्पताल की लापरवाही के विरोध में भारतीय प्रवासी परिषद के हजारों लोगों ने सैक्टर-8 स्थित सर्वोदय अस्पताल का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन करते हुए अस्पताल के चेयरमैन डा०राकेश गुप्ता का पुतला फुंका। इन प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भारतीय प्रवासी परिषद के प्रदेश अध्यक्ष संतोष यादव कर रहे थे।
प्रदेश अध्यक्ष संतोष यादव ने सर्वोदय अस्पताल पर आरोपों की बौछार लगाते हुए बताया कि राजीव नगर में रहने वाले मोहम्मद फियाजुल खान जोकि भारतीय प्रवासी परिषद तिगांव के उपाध्यक्ष है, पर पिछले दिनों कुछ अपराधिक तत्वों ने जानलेवा हमला कर दिया था। इस पर उन्हें तुंरत सर्वोदय अस्पताल ले जाया गया। सर्वोदय अस्पताल प्रबंधकों द्वारा वहां घायल फियाजुल खान का इलाज पहले एडवांस में पैसे जमा करने के बाद ही करने को कहा गया जिस पर उसके परिजनों ने फियाजुल के ईलाज के लिए पैसा जमा करवा दिए। इस पर अस्पताल प्रबंधकों ने फियाजुल को वेंटिलेटर पर डाल दिया और उसके परिजनों से बार-बार रोजाना ही पैसों की मांग करने लगे। अस्पताल प्रबंधकों द्वारा फियाजुल के परिजनों को पैसों से मांग करते हुए यह कहते हुए डराया गया कि उनका बेटा बहुत नाजुक स्थिति में है जोकि मर भी सकता है।
संतोष यादव के मुताबिक इस मामले को लेकर फियाजुल के परिजन उनसे मिलें और पूरी स्थिति से अवगत कराया। संतोष यादव ने बताया कि अस्पताल प्रबंधकों द्वारा फियाजुल के परिजनों से किया गया इस तरह का दुव्र्यवहार पूरी तरह से गलत है। क्योंकि पैसे के लिए इलाज ना करना कानून अपराध है और सुप्रीम कोर्ट के आदेश की अवहेलना भी है। संतोष यादव के मुताबिक इसी के चलते उन्होंने सर्वोदय अस्पताल के खिलाफ यह प्रदर्शन किया है ताकि अस्पताल प्रबंधकों को पता चल सके कि हमारी ताकत क्या है।
संतोष यादव ने बताया कि प्रदर्शन के पश्चात अस्पताल प्रबंधकों ने पुलिस प्रशासन से बातचीत में उन्हें बताया गया कि फियाजुल की हालत खतरे से बाहर है। और यह जब यहां दाखिल हुआ था तभी से खतरे से बाहर था।
फियाजुल के भाई फिरोज खान ने कहा कि आज पुलिस इस बात को कह रही है कि फियाजुल जबसे अस्पताल में दाखिल हुआ है तभी से खतरे से बाहर था। तो ऐसे में यहां सवाल उठता है कि जब वह खतरे से बाहर था तो फिर अस्पताल प्रबंधक उनके परिजनों से फियाजुल की जान को खतरे में बताते हुए उनसे शुरू से ही पैसे क्यों वसूले जा रहे थे? फिरोज खान ने कहा कि अस्पताल प्रबंधको ने केवल पैसे बनाने के लिए उनके परिजनों को परेशान किया और उनसे मोटी रकम वसूली। जिसके चलते उन्होंने अस्पताल प्रबंधकों के खिलाफ इस मामले में सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही करने की मांग की है।
इस मौके पर भारतीय प्रवासी परिषद युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष अफजल खान ने कहा कि भारत में डाक्टर को जहां भगवान का रूप कहा जाता है वहीं अब डाक्टर ही भक्षक का रूप धारण कर मरीजों के जीवन से खिलवाड़ कर मोटी रकम ऐंठ रहे है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी डाक्टरों एवं अस्पताल के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्यवाही की जानी चाहिए ताकि मरीजों का ईलाज पैसे की कमी के चलते भी हो सके।
परिषद् के महासचिव राजू नोल्स ने कहा कि अगर सरकार सरकारी अस्पतालों का सही प्रारूप दे दे तो यह प्राइवेट अस्पताल समाप्ति के कगार पर आ जायेंगे। उन्होंने कहा कि सरकार की कमी के चलते यह प्राईवेट अस्पताल मरीजों के परिजनों को ब्लैकमेल करने का काम करते है।
प्रदर्शन में अफजल खान, फारूख, कासिम, हासिम, नौशाद अली, राजू नोल्स, लल्लन, डा० शशिंकांत कुशवाह, जगदीश पाण्डे, सन्नी पण्डित, राजा, हरेन्द्र, शहदेव, ओमप्रकाश, गुड्डी बघैल, प्रताप सिंह बघैल, राजेन्द्र कुमार, रानी, शबाना, मुन्नी, राशिदा, मनोज कोली, योगेश कोली, सोनू कोली, बिजेन्द्र कोली, देवनाथ, गजेन्द्र कोली, आशा, उषा, रानी, जगवती, रामवती, नीलम, अनिता, बाबू कोली, अल्लाउददीन खान, मोहम्मद मुख्तार, मोहम्मद जलील खान, मोहम्मद ग्यास खान, राम अवतार, संदीप सहित वित्त महिला मंडल की सैकड़ों महिलाएं सहित हजारों लोग मौजूद थे।

ईएसआई कॉरपोरेशन द्वारा धोखाधड़ी करने के आरोप में ब्लैकलिस्ट किए जा चुके शहर के इस विवादास्पद सर्वोदय अस्पताल ने किस प्रकार जुड़वाया कैंसर के इलाज के लिए ईएसआई कॉरपोरेशन द्वारा जारी की गई निजी अस्पतालों की पैनल लिस्ट में अपना नाम?
जानने के लिए पढ़ते रहिए मैट्रो प्लस                                                              -क्रमश:

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