मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 5 जुलाई:
एनएसयूआई फरीदाबाद के कार्यकर्ताओं ने पंडित जवाहरलाल नेहरू कॉलेज के गेट पर एमडीयू के तुगलकी फरमान का विरोध करते हुए हरियाणा के शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा का पुतला फूंका। यह कार्यक्रम एनएसयूआई हरियाणा के प्रदेश सचिव कृष्ण अत्री के नेतृत्व में किया गया।
इस दौरान कृष्ण अत्री ने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश की खट्टर सरकार छात्रों के विरूद्ध फैसले लेने में सक्षम है। पिछले 4 वर्षों-2015, 2016, 2017, 2018 में भी खट्टर सरकार ने इसी तरह के नियमो से छात्रों को परेशान किया था और इस वर्ष भी तुगलकी फरमान जारी किया है जिसके तहत द्वितीय वर्ष में दाखिला लेने के लिए प्रथम सेमेस्टर के 50 प्रतिशत विषय में पास होना अनिवार्य है तथा तृतीय वर्ष में दाखिला लेने के लिए प्रथम सेमेस्टर के 100 प्रतिशत विषयों में पास होना अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि एक तरफ तो कॉलेजो में स्टाफ की कमी है, मूलभूत सुविधाएं पूरी नही है और दूसरी तरफ सूबे की खट्टर सरकार आए वर्ष तुगलकी फरमान जारी करके छात्रों को मानसिक ताडऩा देती रहती है।
इस मौके पर अत्री ने कहा कि अगर यूनिवर्सिटी प्रशासन और खट्टर सरकार को कोई नियम लागू करना है तो पहले छात्रों को पढ़ाई वाला माहौल दे, कॉलेजो में स्टाफ की कमी को दूर करें, यूनिवर्सिटी की रिजल्ट प्रणाली में सुधार करें। सारी सुविधाएं मिलने के बाद छात्र किसी भी नियम को स्वीकार कर लेंगे।
इस मौके पर कृष्ण अत्री ने शिक्षा मंत्री पर आरोप लगाते हुए कहा कि शिक्षा मंत्री का अपने मंत्रालय और छात्रों की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नही है क्योंकि जबसे दाखिला प्रक्रिया शुरू हुई है तभी से कभी छात्र फीस बढ़ोतरी को लेकर तो कभी ऑनलाइन दाखिला प्रक्रिया में आ रही परेशानियों को लेकर परेशान घूमते नजर आते है और अब तो पिछले 4 सालों में गहरा रोष झेल चुके तुगलकी फरमान को फिर से जारी करके छात्रों को शिक्षा से वंचित रखने का काम इस सरकार ने किया है। उन्होंने कहा अगर समय रहते हुए छात्रों की समस्याओं को शिक्षा मंत्री ने गंभीरता से लेते हुए समाधान नही किया तो आने वाले विधानसभा चुनाव में छात्र भाजपा सरकार को सबक सिखाने का काम करेंगे।
इस मौके पर नेहरू कॉलेज उपाध्यक्ष अभिषेक वत्स, आरिफ खान, दिनेश कटारिया, देव चौधरी, सोनू सिंह, लक्ष्मण चौधरी, सुमित मंडल, सोनू सैनी, उमेश कबीरा, सचिन त्यागी, विकास, अनिल, अजय आदि मौजूद थे।

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