नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 14 जनवरी: मानव रचना शैक्षणिक संस्थान परिसर में देश की रक्षा की जिम्मेदारी निभाने वाले रक्षा कर्मियों को रीसैटल करने के उद्वेश्य से पिछले 6 महीने से चल रहे लाइब्रेरी इंफोरमेशन साइंस ट्रेनिंग प्रोग्राम का समापन हुआ। संस्थान परिसर में समापन का कार्यक्रम आयोजित कर उनको भविष्य के लिए प्रोत्साहित किया गया। मानव रचना अकैडमिक स्टाफ कॉलेज के द्वारा आयोजित किए गए ट्रेनिंग प्रोग्राम के समापन कार्यक्रम के मौके पर सभी ने मानव रचना के साथ अपने अनुभवों को भी सांझा किया गया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मानव रचना इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ० एनसी वाधवा मौजूद रहे।
सेंट्रल मिनिस्ट्री ऑफ डिफेंस इस प्रोग्राम के तहत अलग-अलग कोर्स पर ट्रेनिंग का आयोजन करती है। पिछले 6 महीनों में मानव रचना अकैडमिक स्टाफ कॉलेज इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत लाइब्रेरी एंड इंफोर्मेशन साइंसिज पर 40 रक्षाकर्मियों को ट्रेनिंग दे चुका है। यह ट्रेनिंग एमआरएएससी के एग्जीक्यूटिव डॉयरेक्टर ब्रिगेडियर एसएन सेतिया की लीडरशिप में आयोजित की गई।
बतौर डीजीआर (डॉयरेक्टर जनरल रीहैब्लिटेशन) स्टूडेंट्स मानव रचना शैक्षणिक संस्थान में ट्रेनिंग ले रहे रक्षा कर्मियों ने इस कोर्स के तहत लाइब्रेरी व इंफोर्मेशन टेक्नोलाजी साइंस के बारे में सीखा है। लाइब्रेरी के सोर्स व उसकी उपलब्धता से लेकर कंप्यूटर से जुड़ी अलग-अलग पहलुओं से इनको अवग्त करया गया है। कार्यक्रम में अपनी अनुभव सांझा करते हुए फौजियों ने यह तक कहा कि जब वह 6 महीने पहले यहां आए थे, तब उनके कंप्यूटर की बिल्कुल जानकारी नहीं थी, लेकिन अब वह इतना सीख चुके हैं कि अपने सेवाओं के बाद खुद को रीसैटल कर सकते हैं।
इस मौके पर एमआरआईयू के वाइस चांसलर डॉ० एनसी वाधवा ने कहा कि फौजी बहुत इज्जत के पात्र है, यह देश की रक्षा करते हैं और अनुशासन में रहते हुए हर कार्रवाई करते हैं। यहां पर भी सभी फौजी भाईयों ने अनुशासन में रहते हुए 6 महीने की इस ट्रेनिंग को पूरा किया है। उन्होंने वहां बताया कि मानव रचना शैक्षणिक संस्थान क्वालिटी एजुकेशन पर फोकस करता है और इसी फोकस के साथ ट्रेनिंग दी गई है।

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