मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 31 मई:
हमारी जीवन शैली में सरल सा परिवर्तन हमें हार्ट अटैक जैसी गम्भीर बीमारी से बचा सकता है। वास्तविकता यह है कि वर्तमान में हमारे जीवन में स्ट्रेस और स्पीड ने हमारे जीवनशैली को प्रभावित कर दिया है। यदि हम इन दोनों पहलूओं पर ध्यान दें, तनाव को अपने मन मस्तिष्क पर हावी न होने दें और जल्दबाजी से बचें तो हम घातक रोगों से बच सकते हैं। उक्त विचार क्लिनिकल एंड प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी के चेयरमैन व मेदांता के वरिष्ठ और प्रतिष्ठित कार्डियोलोजिस्ट डॉ. रवि कासलीवाल ने व्यक्त किए। वे यहां टैपडीसी कांफ्रेंस हाल में रोटरी क्लब फरीदाबाद मिडटाउन और DLF इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित हेल्थ टॉक में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे।
डॉ. रवि कासलीवाल ने कहा कि रोकथाम हमेशा इलाज से बेहतर है। हमें अपनी जीवनशैली को व्यवस्थित रूप देना चाहिए, जल्दबाजी व बिना कारण स्पीड या गति से बचना चाहिए और अपनी जीवन शैली में खान-पान पर ध्यान देना चाहिए और ईलाज की बजाए बचाव पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए।
डॉ. कासलीवाल ने कहा कि हमारे लाईफ स्टाईल, वर्किंग लाईफ के बीच धूम्रपान, मोटापा तथा खराब खान-पान हमें बीमारियों की ओर धकेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हार्ट अटैक की कोई उम्र नहीं होती, यह किसी को भी हो सकता है। इस संबंध में जागरुकता लाने की आवश्यकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि हमें न केवल स्वयं जागरूक होना होगा बल्कि दूसरों को भी सचेत करना होगा।
स्लीप एपनिया का जिक्र करते हुए डॉ. कासलीवाल ने कहा कि स्लीप एपनिया हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। ब्लड प्रेशर और हार्ट का प्रत्येक स्थिति से बहुत गहरा संबंध है, ऐसे में हमें नियमित रूप से अपने ब्लड प्रेशर पर ध्यान देना चाहिए।
इससे पूर्व डॉ० कासलीवाल का स्वागत करते हुए डीएलएफ इन्डस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने डॉ० कासलीवाल द्वारा अपने व्यस्तम शैडयूल में से समय निकालकर उद्योग प्रबन्धकों व रोटरी बंधुओं का मार्गदर्शन करने के लिए आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर रोटरी क्लब फरीदाबाद मिडटॉऊन के प्रधान रो. विजय राघवन ने डॉ. रवि कासलीवाल का संक्षिप्त परिचय देते हुए बताया कि डॉ. कासलीवाल, डॉ. बीसी रॉय नेशनल अवार्डी हैं और मेदांता-द मेडिसिटी में क्लिनिकल एंड प्रिवेंटिव कार्डियोलॉजी, कम्युनिटी आउटरीच एंड एजुकेशन के चेयरमैन हैं। डॉ. कासलीवाल 200 से अधिक प्रकाशनों से जहां हृदय रोगों से जागरूकता अभियान को एक गति प्रदान कर चुके हैं, वहीं 150 से अधिक पुरस्कारों और सैकड़ों व्याख्यानों के साथ उन्हें हृदय विज्ञान में तीन दशकों का अनुभव है। उन्होंने कार्डियक केयर को आम जनता तक जाने के लिए काफी कार्य किया, जिसमें वे सफल भी रहे। कोरोनरी आर्टरी रोगों की शीघ्र पहचान करने, उसकी रोकथाम के लिए नॉन-इनवेसिव तकनीक विकसित करने में उन्होंने महारत हासिल की, जिसके कारण इस क्षेत्र में उनका अपना नाम है।
इस अवसर पर कार्डियो विषय पर दी गई विशेष जानकारी की सभी ने मुक्तकंड से सराहना की। बताया गया कि थकान, परेशान और निराशा महसूस करना, अचानक एक हाथ ऊपर उठाना, और जोड़ों में खिंचाव ऐसे प्रारंभिक लक्षण हैं जिसमें व्यक्ति को तत्काल चिकित्सा सहायता आवश्यक है। जानकारी दी गई कि अस्पताल पहुंचने के बीच का समय काफी महत्वपूर्ण होता है, इस बीच बार-बार जोर से खांसने से रोगी को मदद मिल सकती है। प्रत्येक खांसी से पहले एक गहरी व लंबी सांस लेनी चाहिए। गहरी सांस लेने से फेफड़ों को ऑक्सीजन मिलती है और खांसने की हरकत से लाभ मिलता है और ब्लड सरकूलेशन बनी रहती है।
इस अवसर पर डॉ. कासलीवाल को रोटरी क्लब और डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में प्रश्रोत्तरी का आयोजन भी किया गया जिसमें उपस्थितजनों ने अपने सवाल पूछे।
कार्यकम में सर्वश्री अर्जित चावला, भूपिंदर सिंह, महेश गोयल, जेपी मल्होत्रा, दिनेश जांगिड़, अमरजीत लांबा सहित सर्वश्री विजय राघवन, सुश्री विजयलक्ष्मी, अमरजीत लांबा, पंकज गर्ग, मनोहर पुनियानी, सचिन जैन, सुश्री श्रुति, दिनेश जांगिड़, सुश्री हेमा, सतिंदर सिंह, मनीष कपूर, परवीन शुक्ला, जेपी मल्होत्रा प्रधान, अरजीत सिंह चावला उप-प्रधान, भूपिंदर सिंह महासचिव, महेश गोयल कोषाध्यक्ष, बिलाल यश प्रिंट, जेसी अहलावत, एसएन दुआ, सुश्री शोभा, सुश्री सोनिया चौहान, कुलदीप सिंह, एसके लूथरा, डीके लूथरा, लक्ष्मण, सुश्री नेहा, हरिंदर सिंह, प्रदीप सिंह सहित अन्य लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
डॉ.नवीन गर्ग ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। डॉ. नवीन गर्ग ने अपनी प्रेंजेंटेशन में सीमा/लिमिट में रहने की आवश्कयता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि अच्छी नींद बहुत जरूरी है परन्तु अधिक नींद से मोटापा और जीवन आलस्य बन सकता है।
एसोसिएशन के आग्रह पर डॉ. रवि कासलीवाल ने पुन: ऐसे आयोजन में आने व हृदय रोगों व हार्ट केयर जैसे विषयों पर पुनरू चर्चा करने की सहमति भी दी जिसे सभी ने सराहा।

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