काव्य-संग्रह पेट्रिकर की कविताएं माटी की सोंधी खुशबू से सराबोर हैं: राज्यपाल
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
चंडीगढ़, 4 सितंबर: हरियाणा के राज्यपाल प्रो० कप्तान सिंह सोलंकी ने हरियाणा राजभवन में हरियाणा संस्कृतिक मामले विभाग की प्रधान सचिव डॉ० सुमिता मिश्रा के चौथे काव्य-संग्रह पेट्रिकर का विमोचन किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि जिसका मन भाव प्रधान व संवेदनशील होता है। वह हर क्षेत्र में अपने काम और व्यक्तित्व की अलग ही छाप छोड़ता है।
राज्यपाल ने कहा कि कविता हमें अपनी मिट्टी से जोड़ती है और काव्य-संग्रह पेट्रिकर की कविताएं उसी माटी की सोंधी खुशबू से सराबोर हैं। अपनी मिट्टी की यही महक हमारे जीवन की उर्वरा-शक्ति है। इन कविताओं में यह संदेश दिया गया है कि समाज की विसंगतियों के बावजूद हम आशावादी कैसे बन सकते हैं।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि समाज में जो कुछ भी चल रहा है डॉ०सुमिता मिश्रा उस पर पैनी नजर रखती हैं और उसे अपनी कविताओं में अभिव्यक्ति देती हैं। डॉ० सुमिता मिश्रा के बारे में विख्यात लेखक स्वर्गीय खुशवंत सिंह के कथन का जिक्र करते हुए राज्यपाल ने कहा कि उनका कथन सत्य साबित हो गया है। स्वर्गीय खुशवंत सिंह ने डॉ० मिश्रा के पहले काव्य-संग्रह ए डे ऑफ लाइट की सराहना करते हुए कहा था कि हम भारतीय काव्य की आकाश गंगा में एक नए सितारे के उदय को देख रहे हैं।
डॉ० मिश्रा द्वारा अपने इस काव्य-संग्रह को अपनी बेटियों को समर्पित करने की प्रशंसा करते हुए प्रो० सोलंकी ने कहा कि यह नई पीढ़ी को संस्कार देने और अपनी संस्कृति से जोडऩे का सराहनीय प्रयास है। उन्होंने कहा कि काव्य-संग्रह पेट्रिकर की कविताएं मार्मिक होने के साथ अत्यंत विचारोत्तेजक भी हैं। इनमें कवयित्री समाज की विसंगतियों पर कड़ा प्रहार करते हुए समाज चिन्तक की प्रखर भूमिका में नजर आती हैं। उनकी कविताएं नई पीढ़ी को संघर्षशीलता और अटूट आस्था का पाठ पढ़ाती हैं।
इससे पहले डॉ० सुमिता मिश्रा ने राज्यपाल व अन्य अतिथियों का स्वागत करते हुए उम्मीद प्रकट की कि उनके इस काव्य-संग्रह की कविताएं उन्हें इससे पहले के काव्य-संग्रहों ए लाइफ ऑफ लाइट, जरा सी धूप और वक्त के उजाले में की तरह पसंद आऐंगी। उनकी माता डॉ० श्रीमती पी. के. मिश्रा ने उन्हें आशीर्वाद देते हुए उनके निरंतर आगे बढ़ते रहने की कामना की।
वरिष्ठ साहित्यकार नील कमल पुरी ने डॉ० सुमिता मिश्रा की काव्य-यात्रा का परिचय देते हुए कहा कि रचनाकार अधिकारी की संवेदनशीलता उसकी कार्यशैली में झलकती है। विमोचन समारोह में सिपर्णा सरस्वती और डॉ० सुमिता मिश्रा की बेटी आरूषि मरवाह ने काव्य-संग्रह पेट्रिकर की कविताओं का पाठ किया। इस काव्य-संग्रह के प्रकाशक प्रभात प्रकाशन के प्रबंध निदेशक प्रभात कुमार ने सबका धन्यवाद किया।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव डॉ० अमित कुमार अग्रवाल सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी, सेवानिवृत अधिकारी, साहित्यकार और गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।

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