महाभारत के धार्मिक स्थलों तथा श्रीमद्वभगवद्वगीता के जन्म स्थान कुरुक्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन गंतव्य के रूप में स्थापित करना है उनका उद्वेश्य: डॉ. सुमिता मिश्रा
ज्योतिसर में बनाया जाएगा महाभारत के युद्घ पर आधारित अत्याधुनिक एनिमेटिड थीम पार्क
भीष्म कुण्ड के साथ शर-शय्या पर लेटे महाभारत के महापुरुष पितामह भीष्म की मृत्यु के तारतम्य को दर्शाया जाएगा
मैट्रो प्लस
चण्डीगढ़, 29 जुलाई (नवीन गुप्ता): पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा की मेहनत का ही परिणाम है कि केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय ने कृष्णा सर्किट का विकास करने के लिए कुरुक्षेत्र को चुना है। हरियाणा में पर्यटन को यह एक बड़ा प्रोत्साहन तोहफे के रूप में मिलने जा रहा है क्योंकि केन्द्रीय पर्यटन मंत्रालय ने अपनी ‘स्वदेश-दर्शन योजना ‘ के तहत महाभारत समेत भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से जुड़ी घटनाओं से सम्बन्धित स्थलों तथा थीम के साथ कृष्णा सर्किट का विकास करने के लिए कुरुक्षेत्र के क्षेत्र को चिह्नित किया है। मंत्रालय ने कुरुक्षेत्र में महाभारत से सम्बन्धित स्थानों पर ‘पर्यटन अवसंरचना का विकास ‘परियोजना के लिए 97.36 करोड़ रुपये की भी स्वीकृति प्रदान की है।
हरियाणा के पर्यटन मंत्री रामबिलास शर्मा ने बताया कि कुरुक्षेत्र का बड़ा ही ऐतिहासिक व धार्मिक महत्व है और यहां निहित अपार सम्भावनाओं को स्वीकार करते हुए केन्द्र सरकार ने अपनी महत्वाकांक्षी परियोजना के लिए इसका चिह्नित किया है। उन्होंने बताया कि विशिष्टï पर्यटक हित और महत्व के स्थलों को ‘कृष्णा सर्किट ‘में शामिल किया जाएगा। राज्य पर्यटन नोडल एजेंसियों और क्षेत्रीय सक्षम एजेंसियों के साथ कई परिचर्चाओं तथा गहन अनुसंधान के बाद इसमें ज्योतिसर, ब्रह्मïसरोवर, सन्निहित सरोवर और नरकातारी में भीष्म कुण्ड को शामिल किया गया है।
श्री शर्मा ने बताया कि केन्द्रीय सचिव की अध्यक्षता में ‘स्वदेश-दर्शन योजना ‘ के लिए केन्द्रीय स्वीकृति तथा निगरानी समिति ने एक परियोजना के लिए हाल ही में 97.36 करोड़ रुपये की स्वीकृति प्रदान की है। इस राशि से स्थलों तथा सर्किट में अवसरंचना की खाई को पाटा जाएगा और पर्यटकों को आकर्षित किया जाएगा।Dr.-Sumita-Misraपर्यटन विभाग की प्रधान सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि इस योजना की परिकल्पना हरियाणा के पर्यटन विभाग द्वारा की गई है, जिसे 2015 में केन्द्र सरकार को भेजा गया था। महाभारत के धार्मिक स्थलों तथा श्रीमद्व्भगवद्व गीता के जन्म स्थान के रूप में कुरुक्षेत्र के ऐतिहासिक महत्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि इसका उद्देश्य कुरुक्षेत्र के क्षेत्र को अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन गन्तव्य के रूप में स्थापित करना है। इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए, ‘कृष्णा सर्किट ‘ के तहत कई पहल की जानी प्रस्तावित हैं।
डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि ज्योतिसर में महाभारत के युद्घ पर आधारित एक अत्याधुनिक एनिमेटिड थीम पार्क बनाया जाएगा। इसके अतिरिक्त, रेलिंग के साथ स्नान घाट, सुरक्षा प्रणाली के साथ प्रवेश प्लाजा, भू-सज्जा तथा तीर्थों की रोशनी का कार्य किया जाएगा। इसके लिए, केन्द्रीय वित्तीय सहायता के रूप में लगभग 31.08 करोड़ रुपये की राशि प्रस्तावित है जबकि 25 से 30 करोड़ रुपये की राशि हरियाणा सरकार द्वारा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि ब्रह्मसरोवर पर अभिमन्यु घाट के निकट एक थीममेटिक पार्क बनाने की योजना है तथा सरोवर का सौंदर्य बढ़ाने के लिए सभी खुले स्थानों की भू-सज्जा की जाएगी। इसके अतिरिक्त, सरोवर पर श्रीमद्भगवद्गीता तथा महाभारत के विभिन्न पहलुओं पर आधारित एक 50 मीटर ऊंचा मल्टीमीडिया वाटर शो बनाया जाएगा तथा सरोवर पर रोशनी की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए, केन्द्रीय वित्तीय सहायता के रूप में 39.21 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि सन्निहित सरोवर पर पर्यटक सुविधाएं बढ़ाने के लिए कमल तालाब क्षेत्र में एक कैफेटेरिया बनाने की योजना है। पर्यटकों को गंतव्य तथा इससे सम्बन्धित गतिविधियों के बारे में जानकारी देने के लिए पर्र्यटक सुविधा केन्द्र स्थापित किया जाएगा। इसके लिए, केन्द्रीय वित्तीय सहायता के रूप में 6.50 करोड़ रुपये की राशि प्रस्तावित है। नरकातारी में भीष्म कुण्ड की लोकप्रियता बढ़ाने के लिए, साफ-सफाई रखने तथा पर्यटकों की निजता कायम रखने के लिए चारदीवारी के पुनर्निर्माण तथा इसे पुन:डिजाइन करने का कार्य किया जाएगा। भीष्म कुण्ड के साथ शर-शय्या पर लेटे महाभारत के महापुरुष पितामह भीष्म की मृत्यु के तारतम्य को दर्शाया जाएगा। इसके लिए, केन्द्रीय वित्तीय सहायता के रूप में 2.01 करोड़ रुपये की राशि प्रस्तावित है।
डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि पूरे शहर में अवसंरचना विकास में वाई-फाई, सीसीटीवी आधारित सुरक्षा प्रणाली, संकेतकों की स्थापना, बैठने के लिए बैंच, पर्यटक सूचना सुविधा केन्द्रों की स्थापना, पार्कों की भू-सज्जा तथा रोशनी व्यवस्था, पार्किंग सुविधाएं, सड़क कार्य, चारदीवारी का सुधार, फर्श का सुधार तथा पर्यटकों की सुरक्षा और आराम के लिए द्वारों का पुनर्निर्माण करना शामिल है। उन्होंने बताया कि यह परियोजना आगामी दो वर्षों में क्रियान्वित की जाएगी।

Kurukshetra20-Bhishma20Kund20and20Ararak20Thirtha-22

DSC0085_110110127333

thanesar-kuruk

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *