गुर्जर व सीमा त्रिखा अवैध निर्माण करवाने के ठेके लेते हैं: भाटिया
एसडीओ पदमभूषण के सगे भाई मनोज नासवा को टिकट देने पर भी लगाया प्रश्नचिन्ह
मैट्रो प्लस
फरीदाबाद, 22 दिसम्बर (नवीन गुप्ता): भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश भाटिया ने केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पर पलटवार करते हुए उन पर परिवारवाद व गुर्जरवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। श्री भाटिया ने कहा कि वह अपने पिता स्वर्गीय कुंदनलाल भाटिया के पदचिन्हों पर चलते हुए भाजपा के निष्ठावान सिपाही के तौर पर पार्टी की सेवा कर रहे हैं। जबकि कृष्णपाल गुर्जर पार्टी में परिवारवाद व जातिवाद को बढ़ावा देकर भाजपा को समाप्त करने की राजनीति कर रहे हैं। इसलिए वह श्री गुर्जर का विरोध कर रहे हैं, ना कि भाजपा का।
श्री भाटिया ने कहा कि भाजपा ने कृष्णपाल गुर्जर को हमेशा भरपूर मान- सम्मान दिया है, लेकिन वह बदले में पार्टी के साथ भीतरघात कर रहे हैं। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण अपने बेटे देवेंद्र चौधरी को वार्ड नंबर-27 से एवं अपने समुदाय के लोगों को अधिक से अधिक टिकटें दिलवाना हैं। जबकि वार्ड नंबर-27 से राजेश तोमर नामक कार्यकत्र्ता को अपने बेटे के सामने टिकट के लिए आवेदन ही नहीं करने दिया गया, जोकि घोर तानाशाही है।
श्री भाटिया ने कहा कि नगर-निगम चुनावों में ज्यादातर सीटों का सौदा किया गया है। श्री गुर्जर व मुख्य संसदीय सचिव सीमा त्रिखा ने आपसी मिलीभगत से अपने व्यक्तिगत फायदे के लिए कांग्रेस व अन्य दलों के लोगों को टिकटें दी हैं। भाजपा के निष्ठावान कार्यकत्र्ता से धोखा किया गया है।
श्री भाटिया ने श्री गुर्जर व श्रीमति त्रिखा की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा है कि यदि वह पार्टी के प्रति ईमानदार व समर्पित थे तो उन सभी लोगों को टिकट देते, जिन्हें पिछले नगर-निगम चुनाव में भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया था। श्री भाटिया ने वार्ड नंबर-11 में नगर-निगम के तोड़-फोड़ विभाग में कार्यरत एसडीओ पदमभूषण के सगे भाई मनोज नासवा को टिकट देने पर भी प्रश्नचिन्ह लगाया है।
भाजपा नेता भाटिया ने कहा कि श्री गुर्जर व सीमा त्रिखा अवैध निर्माण करवाने के ठेके लेते हैं। जिनमें एसडीओ पद्मभूषण उनका साथ देता है, इसलिए एक गुप्त सौदे के तहत उसके भाई को वार्ड नंबर-11 से भाजपा की टिकट दी गई है। श्री भाटिया ने कहा कि श्री गुर्जर ने हमेशा से अपने निजी लाभ के लिए भाजपा को नुकसान पहुंचाया है।
विधानसभा चुनाव में श्री गुर्जर ने एक भी पंजाबी उम्मीदवार को टिकट नहीं लेनी दी। इसके अलावा पार्टी ने जिन समर्पित कार्यकर्ताओं को विधानसभा की टिकट दी, उन्हें जान बूझकर हरवाया गया। श्री भाटिया ने कहा कि इनमें प्रमुख तौर पर एनआईटी से यशवीर डागर, तिगांव से राजेश नागर, पृथला से नयनपाल रावत एवं पलवल से दीपक मंगला शामिल हैं। श्री गुर्जर ने इन भाजपा प्रत्याशियों के विरोधियों से सांठगांठ कर पार्टी की पीठ में छुरा घोंपा है।
श्री भाटिया ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष पद पर रहते हुए कृष्णपाल गुर्जर ने विधानसभा व नगर-निगम की सीटों को बेचा था। जिस भी भाजपा कार्यकत्र्ता ने श्री गुर्जर की पार्टी विरोधी नीतियों का विरोध किया, उन्हें भाजपा से निकलवा दिया गया। कई लोग इसके जीते जागते उदाहरण हैं।
श्री भाटिया ने कहा कि उनके ऊपर भी श्री गुर्जर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगा रहे हैं, जबकि हकीकत यह है कि उन्होंने भाजपा के लोकसभा उम्मीदवार रामचंद्र बैंदा के चुनाव के समय अपने सगे भाई एवं पूर्व विधायक चंदर भाटिया का विरोध करते हुए श्री बैंदा को चुनाव जितवाया था। श्री भाटिया ने कहा कि जल्द ही वह श्री गुर्जर के भ्रष्टाचार के कारनामोंं का पुलिंदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा अध्यक्ष अमित शाह को सौंपेंगे।

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