मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद,18 जनवरी: ब्रेन स्ट्रोक और सर्जरी से जुड़ी नई तकनीकियों के बारे में डॉक्टरों को जागरुक करने के लिए बुधवार शाम नीलम बाटा रोड़ स्थित एक होटल में सेमिनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार में सैक्टर-16 स्थित मेट्रो अस्पताल के वरिष्ठ न्यूरोलॉजिस्ट डॉ० रोहित गुप्ता और वरिष्ठ सर्जन डॉ० बी.डी. पाठक मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे।
डॉ० रोहित गुप्ता ने कहा कि ब्रेन स्ट्रोक आज एक जानलेवा बीमारी बन चुकी है। लोग हार्ट अटैक, कैंसर, डायबिटीज जैसी बीमारियों को जितनी गंभीरता से लेते है उतना इसे उतनी गंभीरता से नहीं लिया जाता, जबकि उम्रदराज लोग ही नहीं युवा भी इसकी चपेट में तेजी से आ रहे हैं। इसलिए जरूरी है कि इसके लक्षणों को पहचान कर तुरंत इसका ईलाज करवाया जाए। इस रोग में थ्रोम्बोलिसिस ट्रीटमेंट काफी फायदेमंद होता है। पहले इसका ट्रीटमेंट काफी महंगा था, लेकिन हर व्यक्ति तक इस का इलाज पहुंचाने के लिए ट्रीटमेंट को सस्ता किया गया है। वरिष्ठ सर्जन डॉ० बी.डी. पाठक ने कहा कि आज मरीज और डॉक्टर के बीच इंसानियत का रिश्ता खत्म होता जा रहा है। विश्वास टूटता जा रहा है। इसे मजबूत बनाने की जरुरत है। मरीज को इंसान समझना जरुरी है। तभी स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार हो सकेगा। इस दौरान उन्होंने अन्य डाक्टर्स को सर्जरी की नई तकनीकियों से भी अवगत करवाया। इस अवसर पर अनेक डॉक्टर मौजूद रहे।
इन बातों पर दें ध्यान
अचानक संवेदनशून्य हो जाना या चेहरे, हाथ या पैर में, विशेष रूप से शरीर के एक भाग में कमजोरी आ जाना।
समझने या बोलने में मुश्किल होना।
एक या दोनों आंखों की क्षमता प्रभावित होना।
चलने में मुश्किल, चक्कर आना, संतुलन की कमी हो जाना।
अचानक गंभीर सिरदर्द होना।

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