विश्व विकलांगता दिवस पर विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल ने दिया भेदभाव मिटाने का संदेश
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 3 दिसबंर: सैक्टर-2 स्थित विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में एक विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन कर विश्व विकलांगता दिवस मनाया गया। इस अवसर पर स्कूल में विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन भी किया गया जिसमें भाषण व निबंध प्रतियोगिताएं प्रमुख थी। प्रतियोगिता में बच्चों को निबंध और पेंटिंग के माध्यम से संदेश दिया कि हमें समाज में विकलांगता के आधार पर किसी से भेदभाव नहीं करना चाहिए और न ही ऐसा व्यवहार करना चाहिए जिससे उनमें हीन भावना आए। विकलांग भी समाज का अभिन्न अंग हैं और उन्हें भी बराबरी का अवसर मिलना चाहिए।
इस अवसर पर स्कूल के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने यह संदेश दिया कि विकलांग भी हमारे समाज का अभिन्न अंग है। विकलांगता से लड़ा जा सकता है। उदाहरण पोलियो है, जिसके निराकरण के लिए आज लोगों को अपने बच्चों को इसकी दवा समय से पिलानी चाहिये जिससे कि इस रोग से बचा जा सके। दीपक यादव ने विकलांगों के प्रति सकारात्मक सोच रख उन्हें शिक्षा से जोड़कर आत्मविश्वास बढ़ाने की बात कही। दीपक ने अपील की कि सरकार और प्रशासन को सार्वजनिक स्थानों एवं अन्य जगहों पर विकलांग लोगों के लिए विशेष व्यवस्था करनी चाहिए ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो।
इस अवसर पर स्कूल की हेडमिस्टरेस ज्योति चौधरी ने विकलांगता के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि विश्वभर में 3 दिसंबर को अंर्तराष्ट्रीय विकलांग दिवस मनाया जाता है। यह दिवस शारीरिक रूप से अक्षम लोगों को देश की मुख्य धारा में लाने के लिए मनाया जाता है। इसका मुख्य उदे्दश्य आधुनिक समाज में शारीरिक रूप से अक्षम लोगों के साथ हो रहे भेद-भाव को समाप्त किया जाना है। इस भेद-भाव में समाज और व्यक्ति दोनों की भूमिका रेखांकित होती रही है। सरकार द्वारा किये गए प्रयास में सरकारी सेवा में आरक्षण देना योजनाओं में विकलांगों की भागीदारी को प्रमुखता देना आदि को शामिल किया जाता रहा है।
