मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 16 जून: वर्तमान समय में जबकि उत्पादन की लागत में कटौती काफी आवश्यक है ऐसे में प्रभावी व साकारात्मक सप्लाई चेन मैनेजमेंट काफी जरूरी है क्योंकि इससे उत्पादकता की लागत में कमी लाई जा सकती है।
हरियाणा स्टेट प्रोडक्टीविटी काउंसिल द्वारा आयोजित एक दिवसीय वर्कशाप में अपने विचार व्यक्त करते हुए काउंसिल के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने कहा कि सप्लाई चेन मैनेजमेंट वर्तमान समय में इसलिए भी आवश्यक है क्योंकि देशभर में जीएसटी क्रियान्वयन व कास्ट मैनेजमेंट की तैयारी की जा रही है।
इस मौके पर मल्होत्रा ने कहा कि सप्लाई चेन मैनेजमेंट में ट्रांसपोटर्स, सप्लायर्स, डिस्ट्रीब्यूटर्स, वेयरहाउसिंग व इंवेन्टरी, आर्डर को पूर्ण करने की प्रक्रिया, क्रेडिट व कैश ट्रांसफर और निर्णय लेने से संबंधी प्रक्रिया शामिल है। आपने कहा कि सप्लाई चेन मैनेजर्स को इंवेन्टरी कंट्रोल व तुरंत निर्णय लेने की दिशा में कदम बढ़ाने चाहिए ताकि लागत में कटौती सुनिश्चित की जा सके।
वर्कशाप में कोरपोरेट कन्सलटेंसी सर्विसेज के अध्यक्ष के के मुत्थू ने प्रतिभागियों को बताया कि किस प्रकार सप्लाई चेन मैनेजमेंट को और अधिक प्रभावी बनाया जा सकता है। आपने बताया कि उपभोक्ता की संतुष्टि, सप्लाई प्रक्रिया की प्रभावी डिजाईनिंग व टाईमिंग में कमी के लिए नीति बनाई जानी चाहिए।
हरियाणा राज्य प्रोडक्टीविटी काउंसिल के कार्यकारी निदेशक पीके सिंह ने प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे अपने अनुभवों को सभी वर्गों तक पहुंचाए। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के महासचिव केके नांगिया ने प्रतिभागियों से आधुनिक टूल व तकनीक का सप्लाई चेन मैनेजमेंट में समावेश करने का आह्वान किया।
श्री मल्होत्रा ने प्रतिभागियों से आह्वान किया कि वे कम से कम एक सहभागी को वर्कशाप में सीखी गई जानकारी दें ताकि अपग्रेड स्किल के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके।
वर्कशाप में आटो इग्रीशियन, इम्पीयरिल आटो, इकोकैट इंडिया,जेबीएम आटो, प्रणव विकास, सेज मैटल, न्यूटैक जैटिंग इक्युवमैंट्स और रिंकू रबड़ सहित विभिन्न औद्योगिक संस्थानों सहित सप्लाई चेन एसोसिएट्स शामिल हुए।

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