मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 18 मई: स्थानीय अदालत में प्रेक्टिस करने वाले एडवोकेट बृजमोहन शर्मा ने सेक्टर-7 स्थित रामा होटल के मालिक मुकेश तथा हरियाणा पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर कृपाराम पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत कर दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की है।
सेक्टर-7 पुलिस चौकी में दी अपनी शिकायत में एडवोकेट बृजमोहन शर्मा ने कहा है कि एक जमीन के मामले में उनका कृपाराम सब-इंस्पेक्टर से लेन-देन था। इसके लिए उन्होंने उसे दो लाख रुपए का चेक सिक्योरिटी के रूप में दे रखा था कि जब मैं आपका रुपया वापस कर दूंगा तो आप मेरा चेक वापिस दे देना। इसके बाद उन्होंने सब-इंस्पेक्टर कृपाराम को दो किश्तों में डेढ़ लाख रुपए वापस कर दिए। लेकिन उसके बावजूद कृपाराम ने उसे 15 मई की शाम को सेक्टर-7 के रामा होटल पर बुलाया जहां मुकेश व कृपाराम अपनी गाड़ी में बैठकर शराब पी रहे थे।
बकौल बृजमोहन शर्मा उन दोनों ने एडवोकेट को गाड़ी में बैठा लिया और गाड़ी चलाने लगे। शिकायत में कहा गया है कि थोड़ा आगे जाकर मुकेश ने पिस्टल लगाते हुए कहा कि आज तुझे उठाकर ले जाएंगे और जान से मार देंगे। आरोप है कि इसी दौरान सब-इंस्पेक्टर कृपाराम ने एक देसी कट्टा निकाला और एडवोकेट के माथे पर लगाते हुए कहा कि आज तेरी जिंदगी खत्म कर दूंगा, तू मुझे जानता नहीं है, पुलिस में मेरी बहुत चलती है। मैं अफसरों का रीडर रहा हूं। बृजमोहन शर्मा के मुताबिक यह सुनते ही मैं गाड़ी से उतरकर भागने लगा तो कृपाराम गाड़ी से उतर कर चिल्लाकर कहने लगा कि तू कहीं भी भाग ले लेकिन तूं जहां दिखाई देगा तुझे वहीं जान से मार दूंगा। एडवोकेट बृजमोहन शर्मा ने इस घटना की जानकारी तुरन्त पुलिस को दी। अब वह न्याय के लिए पुलिस से गुहार लगा रहे हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्यवाही की जाए।
इस घटना के बाद से फरीदाबाद कोर्ट के कुछ वकील इस मुद्दे पर एकजुट भी हो रहे हैं। उनका कहना है कि दोषी सब-इंस्पेक्टर प्रभावशाली व्यक्ति है और पुलिस महकमे के दम पर एडवोकेट बृजमोहन शर्मा के साथ गुंडागर्दी करने वाले ्रइस सब-इंस्पेक्टर के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जानी चाहिए।
वहीं दूसरी तरफ रामा होटल के संचालक मुकेश ने अपने ऊपर लगे आरोपों का निराधार बताते हुए कहा है कि बृजमोहन शर्मा को उन्होंने नहीं गुलाया बल्कि वार्ड-34 से निगम पार्षद का चुनाव लड़ा श्रदानंद बृजमोहन को उनके पास लाया था। वहां पिस्टल दिखाने, अपहरण करने या जान से मारने वाली कोई बात नहीं हुई। हां, बृजमोहन से गाली-गलौच जरूर हुई थी, जिसके बाद वो वापिस श्रदानंद के साथ चला गया था। श्रदानंद को मुकेश ने मौके का चश्मदीद गवाह बताया है।

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