मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 13 फरवरी: मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (एमआरईआई) हमेशा से अपने फाउंडर चेयरमैन डॅा० ओपी भल्ला की स्पोट्र्स पर आधारित सोच को साथ लेकर चला है। इसी सोच के साथ मानव रचना ने ओलंपिक एजुकेशन के क्षेत्र में नया अध्याय शुरू करते हुए कैंपस में मानव रचना स्पोट्र्स साइंस सेंटर का उद्वघाटन किया। सोमवार को कैंपस में मानव रचना इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी (एमआरईआई) के फैकल्टी ऑफ एप्लाइड साइंसिज के द्वारा आयोजित किए गए तीसरे इंडो जैपनीज कानक्लेव के मौके पर सेंटर का उद्वघाटन किया गया।
इस मौके पर बतौर मुख्य अतिथि स्पोट्र्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के डायरेक्टर जनरल इनजेटी श्रीनिवास पहुंचे। स्पोट्र्स सेंटर के उद्घघाटन मौके पर संस्थान की स्पोट्र्स केंद्रित सोच को प्रदर्शित करने के लिए मानव रचना शैक्षणिक संस्थान की चीफ पैटर्न सत्या भल्ला, मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के प्रेसिडेंट डॅा० प्रशांत भल्ला व संस्थान के वाइस प्रेसिडेंट डॅा० अमित भल्ला पहुंचे। वहीं इस मौके पर विशिष्ट अतिथियों के रूप में सुकुबा इंस्टीट्यूट ऑफ जापान के चेयरमैन डॅा०् हिसाशी सनाडा मौजूद रहे। वहीं अन्य गणमान्य अतिथियों में मानव रचना शैक्षणिक संस्थान के ट्रस्टी डॅा० एमएम कथूरिया, संस्थान के एमडी डॅा० संजय श्रीवास्तव, मानव रचना इंटरनैशनल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॅा० एनसी वाधवा, एमआरआईयू एफएएस के डीन डॅा० जीएलखन्ना शामिल रहे।
मानव रचना स्पोट्र्स सेंटर बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ तैयार किया गया है। इस सेंटर में रसिस्टेंस ट्रेनिंग, पोश्चर एनालिसिस व ओलंपिक लेवल के खिलाड़ी तैयार करने के लिए हर जरूरी उपकरण मौजूद रहे।
कार्यक्रम में सभी को संबोधित करते हुए इनजेटी श्रीनिवास ने कहा कि मैं मानव रचना को तहे दिल से शुभकामनाएं देता हंू। मानव रचना ओलंपिक एजुकेशन को प्रोत्साहित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। इंडो जैपनीस कानक्लेव की मदद से ओलंपिक लेवल पर मेडल लाने के लिए बेहतर मदद प्राप्त करने से लेकर ओलंपिक लेवल के खिलाड़ी तैयार करने के लिए मानव रचना स्पोट्र्स सेंटर का उद्घाटन स्पोट्र्स साइंस के क्षेत्र में नए सफल अध्याय लिखे जाने की ओर सक्रिय कदम है।
कार्यक्रम में एमआरईआई के प्रेसिडेंट डॅा० अमित भल्ला ने कहा कि मानव रचना स्पोट्र्स साइंस सेंटर बेहतर प्रतिभा रखने वाले खिलाडिंयों को उनकी प्रतिभा के अनुसार तैयार करने के लिए कटिबद्ध है। इस सेंटर में प्रदर्शन जांच, मानिटरिंगस एप्लाइड रिसर्च की मदद से खिलाड़ी को बेहतर प्रतिभा के रूप में तैयार किया जाएगा। देश के प्रधानमंत्री ने जिस तरह टोक्यो ओलंपिक में देश से ज्यादा मेडल लाने की उम्मीद जताई है, इसी उम्मीद को पूरा करने में संस्थान अपना सहयोग दे रहा है। केवल यहीं नहीं विश्व शांति के संदेश के साथ इंडो जैपनीज कानक्लेव में 2 दिन तक स्पोट्र्स, कल्चर व शिक्षा पर मंथन होगा।
वहीं इस मौके पर बोलते हुए डॅा० हिसाशी सनाडा ने कहा कि इस कानक्लेव का थीम ओलंपिस्म रखा गया ह, यह जीवन का एक तरीका है जिसमें स्पोट्र्स को एक वाहन के रूप में प्रयोग करके बॉडी और माइंड के बीच बेहतर संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। कानक्लेव शांतिपूर्ण विश्व बनाने में अहम योगदान निभाएगा। इस कानक्लेव में ओलंपिक एजुकेशन, फिजिकल एजुकेशन, स्पोट्र्स साइंस, एंटी डोपिंग, कोचिंग साइंस, स्पोट्र्स न्यूट्रिशन व ट्रेनिंग आदि एरिया पर चर्चा की जा रही है।

 

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