मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की स्पेशल रिपोर्ट
चंडीगढ़, 14 मार्च:
अंधा बांटे रेवड़ी, अपने-अपने को दे। बुर्जुगों की यह कहावत हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार पर एकदम फिट बैठती है। ईमानदारी, पारदर्शिता और मेरिट की बात कर जीरो टोलरेंस की नीति पर चलने का दावा करने वाली हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में जिस तरह से हाल ही में 90 कानून अधिकारियों की नियुक्तियां की हैं, उससे सरकार पर सवालिया निशान लग रहे हैं। इन नियुक्तियों में नेताओं, अधिकारियों, जजों के बच्चों और रिश्तेदारों को प्राथमिकता देकर सरकार ने बैठे-बिठाए अपने ऊपर उंगलियां उठवा ली हैं जोकि अब सरकार के गले की फांस बन रही है। लाखों रूपये प्रति महीने की मोटी तनख्वाह वाली इन एडीशनल एडवोकेट जनरल, एडवोकेट जनरल, अतिरिक्त एडवोकेट जनरल जैसी पोस्टों पर लगने के लिए हर वकील लाईन में रहता है, लेकिन दाव उसी का लगता है जिसकी सराकर में पैठ होती है।
ध्यान रहे कि अपने पिछले कार्यकाल में मनोहर लाल की भाजपा सरकार जोकि इस बार भाजपा-जजपा की गठबंधन सरकार हैं, में हर रैली व कार्यक्रम में ताल ठोककर ये दावा करती रही थी कि उनके राज में नौकारियां हो या कोई और काम सब ईमानदारी, पारदर्शिता और मेरिट के आधार पर किया जाता है लेकिन अब इस सरकार में धरातल पर मामला ही कुछ और नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि हाल ही में सरकार ने प्रदेश में जिन 90 कानून अधिकारियों की नियुक्ति के लिए लिस्ट जारी की है उसमें हैरानी की बात यह है कि इन 90 अधिकारियों की नियुक्तियों में नेताओं, अधिकारियों, जजों के बच्चों और रिश्तेदारों को ही प्राथमिकता दी गई है।
कौन-कौन है इस लिस्ट में शामिल:-
प्रदेश सरकार द्वारा जारी कानून अधिकारियों की इस लिस्ट में भाजपा नेताओं में जहां पूर्व केन्द्रीय मंत्री स्व. सुषमा स्वराज की बेटी बांसुरी स्वराज, चंडीगढ़ बीजेपी के अध्यक्ष अरूण सूद की पत्नी अंबिका सूद, हरियाणा के जींद से विधायक कृष्ण मिड्ढा के रिश्तेदार पंकज मिड्ढा, बीजेपी नेता बच्चन सिंह आर्य के बेटे रणबीर आर्य, जुलाना से पूर्व विधायक परमिंद्र ढुल के बेटे रविंद्र ढुल को तथा गठबंधन सरकार की पार्टी जेजेपी के प्रदेशाध्यक्ष निशान सिंह के बेटे का नाम शामिल हैं, वहीं प्रदेश में न्यायिक सेवाओं में कार्यरत पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट के सीनियर जज राजीव शर्मा की बेटी त्रिशांजली शर्मा, पंचकूला में Addl. सैशन जज की पत्नी, Retd. जज टीपीएस मान के रिश्तेदार संदीप सिंह मान, Retd. जज एसके मित्तल के रिश्तेदार संजय मित्तल को कानूनी अधिकारी नियुक्त किया गया है।
इनके अलावा हरियाणा के पूर्व DGP यशपाल सिंघल की बेटी महिमा यशपाल सिंघल का नाम भी इस लिस्ट में शामिल है।
अब सवाल यहां यह खड़ा होता है कि क्या पूर्ववत की सरकारों की तरह हरियाणा की भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार में भी पहले की तरह ऐसा ही चलता रहेगा। प्रदेश की आम जनता के बच्चे जो मेहनत कर रहे है और काबिल भी हैं, क्या उनके लिए सरकार में कोई जगह नहीं है। क्या वो सरकार में अपनी भागेदारी की आस या कहिए इन पदों पर आने के सपने लेना छोड़ दे जैसा कि उपरोक्त नियुक्तियों को देखकर लगता है।

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