Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 8 नवम्बर:
जिला प्रशासन द्वारा कचरा तथा पराली जलाने वालों और पर्यावरण प्रदूषण करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जा रही है। जिला में अधिकारियों और कर्मचारियों की 85 टीमें स्मागॅ तथा प्रदूषण नियंत्रण उपायों के क्रियान्वयन पर निगरानी रख रहीं हैं। अधिकारियों द्वारा लगभग 20 लाख रूपये की धनराशि के पर्यावरण प्रदूषण संबंधी चालान काट कर जुर्माना लगाया गया है। इसके अलावा 63 साइटों को चैक करके रिपोर्ट चंडीगढ मुख्यालय भेजी गई है।
इस मौके पर जिला उपायुक्त अतुल कुमार ने हरियाणा सरकार की मुख्य सचिव केशनी आनन्द अरोड़ा को वीडियो कॉन्फ्रेंस बैठक में दी। श्रीमती अरोड़ा प्रदेश में स्मॉग और दूषित हो रहे पर्यावरण की स्थिति की सभी जिला उपायुक्तों के साथ विडियो कान्फ्रेंस के जरिए समीक्षा कर रही थी। श्रीमती अरोड़ा ने माना कि स्मॉग की स्थिति में कुछ सुधार हुआ है। लेकिन अभी भी उपायुक्तों को अपने-अपने जिला में पर्यावरण प्रदूषण स्तर कम करने के सुधार कार्य जारी रखने हैं। मुख्य सचिव ने कहा कि सभी विभाग अपनी सर्वोच्च न्यायालय के दिशा-निर्देश अनुसार सामूहिक रूप से स्मॉग तथा पर्यावरण प्रदूषण को कंट्रोल करने के प्रयास जारी रखें।
समीक्षा बैठक में फरीदाबाद के उपायुक्त अतुल कुमार ने मुख्य सचिव को जिला के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में स्मॉग व पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण के लिए चलाए जा रहे हैं। कार्यक्रमों के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिला में उपनिदेशक कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी तथा नगर-निगम के अधिकारियों के अलावा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड व अन्य प्रशासनिक अधिकारी प्रदूषण स्तर कम करने के लिए अपने-अपने विभाग की गतिविधियां चला रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे स्वयं भी इन गतिविधियों पर निगरानी रख रहे हैं और प्रतिदिन आधार पर उनसे रिपोर्ट दी जा रही है। उन्होंने बताया कि कचरा प्रबंधन बारे भी गम्भीरता के साथ निगरानी रखी जा रही है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में जनता के सहयोग से और प्रशासनिक अधिकारियों तथा कर्मचारियों की निगरानी से स्मागॅ व पर्यावरण प्रदूषण में लगातार गिरावट आ रही है।
इस मौके पर उपायुक्त ने बताया कि गारबेज डम्पिगं स्टेशनों अर्थात कचरा डालने की जगहों का प्रतिदिन निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि धूल कम करने के लिए पानी का छिङ़काव किया जा है। शहरी क्षेत्र में पानी के छिड़काव के लिए 25 टैंकर लगाए गए हैं तथा एक स्वीपिंग मशीन से सड़कों की सफाई करवाई जा रही है। प्रत्येक टैंकर एक दिन में 4 किलोमीटर दूरी में पानी का छिड़काव करता है जबकि स्वीपिंग मशीन से प्रतिदिन मेकेनिकल स्वीपिंग की जा रही है।
हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा जिला फरीदाबाद में प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए की जा रही। गतिविधियों का उल्लेख करते हुए उपायुक्त ने बताया कि पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण अथॉरिटी, ईपीसीए के दिशा-निर्देशों के अनुसार ईंधन के तौर पर कोयला प्रयोग करने वाली 357 इकाइयों को बंद किया गया है। इसके अलावा 105 स्टोन क्रेसर बंद किए गए हैं। जिला में निर्माण स्थलों का निरीक्षण किया गया जिसमें से नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है। यही नहीं, जिला में गठित टीमों द्वारा रात को पेट्रोलिंग भी की जा रही है।
विडियो कान्फ्रेंस में एमसीएफ के ज्वाइंट कमिश्नर विक्रम सिंह, एसडीएम फरीदाबाद अमित कुमार, एसडीएम बल्लभगढ़ त्रिलोक चंद, एसडीएम बडख़ल पंकज सेतिया, एचएसवीपी के एस्टेट आफिसर विवेक कालिया, सीटीएम बैलीना, डीआरओ डॉ० नरेश कुमार सहित अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे ।

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