मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 20 जून:
NIT फरीदाबाद में शुभम् टॉवर स्थित शहर के एक नामी-गिरामी पॉपुलर मेडिकल स्टोर के संचालक द्वारा गलत दवाई दिए जाने से एक महिला मरीज की जान जाते-जाते बचने का मामला प्रकाश में आया है। अगर समय पर महिला के पति द्वारा दवाई की जांच और अपनी पत्नी का ईलाज/चेकअप डॉक्टर से नहीं कराया गया होता तो वो अपनी पत्नी की जान से हाथ धो सकता था। ये आरोप लगाए हैं सतपाल चौधरी ने, जोकि सैयदवाड़ा ओल्ड फरीदाबाद में रहते हैं।
सतपाल चौधरी ने ऐसे गैर-जिम्मेदाराना मेडिकल स्टोर का लाईसैंस रद्द करने की मांग करते हुए बताया कि उन्होंने अपनी धर्मपत्नी वीना चौधरी की तबीयत खराब होने पर अपने पड़ोसी टोनी पहलवान के साथ गत् 16 जून की दोपहर एक बजे एस्कार्ट फोर्टिस अस्पताल में डॉ० अमित मिगलानी के पास स्वास्थ्य की जांच करवाई। डॉ० मिगलानी ने मरीज की जांच उपरांत दवाई लिख दी। इस पर मरीज के पति सतपाल चौधरी एनआईटी फरीदाबाद में ही नीलम चौक स्थित शुभम टॉवर में दुकान नंबर 10-11 में खुले पॉपुलर मेडिकल स्टोर पर दवाई लेने पहुंचे तथा वहां से दवाई लेकर अपने घर चले गए। घर पहुंचने पर दवाइयों में से एक खुराक खाने पर वीना चौधरी की हालत बिगडऩे लगी। इस पर सतपाल चौधरी उन दवाइयों को लेकर टोनी पहलवान के साथ वापस मेडिकल स्टोर पहुंचे। उन्होंने मेडिकल स्टोर संचालक से कहा कि यह आपने कैसी दवाई दे दी है, जिससे मरीज की हालत और ज्यादा खराब हो गई है। इस बात को लेकर पॉपुलर मेडिकल स्टोर के मालिक उन पर भड़कने लगे और बदतमीजी से बात करने लगे।
बकौल सतपाल चौधरी उन्होंने उनसे कहा कि आपने दवाई गलत दी है क्योंकि जो दवाई आपने दी हैं वे तो डॉक्टर ने लिखी ही नहीं हैं तभी तो मरीज की हालत खराब हुई है, लेकिन मेडिकल स्टोर के मालिक बार-बार बदतमीजी करते रहे। सतपाल को अपनी पत्नी वीणा चौधरी को संभालना था इसलिए वे वहां से निराश होकर चुपचाप घर लौट आए।
पत्नी की बिगड़ती हालात को देखते हुए उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे गैर-जिम्मेदार मेडिकल स्टोर का लाइसेंस रद्द किया जाए और उन पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में मासूम लोगों को इस तरह की परेशानी न उठानी पड़े और उनकी तरह भविष्य में किसी ओर के स्वास्थ्य से खिलवाड़ न हो सके।

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