मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 19 मई: वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालयए फरीदाबाद द्वारा वेल्डिंग तथा विनिर्माण क्षेत्र में विद्यार्थियों की रोजगार क्षमता को बढ़ाने के उद्वेश्य से वेल्डिंग उपकरण विनिर्माता क्षेत्र की अग्रणीय कंपनी एडॉर वेल्डिंग लिमिटेड मुंबई के साथ समझौता किया है। कंपनी ने विश्वविद्यालय परिसर में वेल्डिंग प्रौद्योगिकी पर आधारित एक उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित करने के लिए भी तकनीकी सहयोग की पेशकश की है।
वाईएमसीए विश्वविद्यालय की ओर से डीन अकादमिक डॉ० विक्रम सिंह तथा एडॉर कंपनी की ओर से वरिष्ठ प्रबंधक उत्तर क्षेत्र शेखर गुप्ता ने कुलपति प्रो० दिनेश कुमार की उपस्थित में समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर सिविल इंजीनियरिंग विभाग के अध्यक्ष डॉ० एम.एल. अग्रवाल, इंडस्ट्री रिलेशन्स डॉ० रश्मि पोपली, ट्रेनिंग व प्लेसमेंट अधिकारी डॉ० लखविन्द्र सिंह तथा एडॉर कंपनी के वरिष्ठ प्रबंधक उपकरण उपस्थित थे।
इस अवसर पर कुलपति प्रो० दिनेश कुमार ने कहा कि इस अकादमिक समझौते से विद्यार्थियों को विनिर्माण, औद्योगिक रख-रखाव और निर्माण क्षेत्र में रोजगार के लिए जरूरी कौशल को सीखने का अवसर मिलेगा। इस समझौते का लाभ इंजीनियरिंग के विद्यार्थियों के साथ-साथ विश्वविद्यालय के कयनिटी कॉलेज में चल रहे वेल्डिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम के विद्यार्थियों को भी होगा।
डॉ० एम.एल. अग्रवाल ने बताया कि वेल्डिंग तकनीक का उपयोग मुख्य रूप से विनिर्माण तथा निर्माण क्षेत्र में किया जाता है और दोनों ही क्षेत्रों में वेल्डिंग कौशल रखने वालो के लिए रोजगार के बेहतर अवसर होते है।
इस मौके पर एडॉर कंपनी की ओर से वरिष्ठ प्रबंधक उत्तर क्षेत्र शेखर गुप्ता ने विश्वविद्यालय को वेल्डिंग प्रौद्योगिकी पर अधारित उत्कृष्टता केन्द्र स्थापित करने में तकनीकी सहयोग तथा उपकरणों पर 50 प्रतिशत छूट देने की पेशकश की। उन्होंने कहा कि कंपनी द्वारा औद्योगिक जरूरतों के अनुरूप विद्यार्थियों के प्रशिक्षण के लिए सेमिनार तथा कार्यशाला का आयोजन भी करेगा। इसके अलावा कंपनी द्वारा विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों को इंटर्नशिप और रोजगार के अवसर भी उपलब्ध करवाए जायेंगे।

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