Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 30 मार्च:
जिला फरीदाबाद में सरकारी स्कूलों के समग्र विकास की दिशा में एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप को औपचारिक रूप देने के लिए फरीदाबाद शिक्षा परिषद (FEC) और फरीदाबाद जिला प्रशासन के बीच एक समझौता पत्र (LoU) पर हस्ताक्षर किए गए। कृष्णपाल गुर्जर राज्य मंत्री विद्युत और भारी उद्योग भारत सरकार की उपस्थिति में डॉ० प्रशांत भल्ला, अध्यक्ष FEC और मानव रचना शैक्षणिक संस्थान (MREI) और जिला उपायुक्त जितेंद्र यादव ने समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए।
एलओयू के निष्पादन के माध्यम से एफईसी और जिला प्रशासन ने विशेष रूप से चार परियोजनाओं को शुरू करने पर सहमति व्यक्त की है। बुनियादी ढांचे और शिक्षा में सुधार के लिए सरकारी स्कूलों को अपनाने के लिए विभिन्न हितधारकों को प्रेरित करके शैक्षिक विकास गतिविधियों को सुगम बनाना सहज पथ नॉलेज फाउंडेशन की सहायता और समर्थन से प्रत्येक बच्चे विशेष रूप से सरकारी स्कूलों के छात्रों को सम्मान सीखने के अवसर प्रदान करने की दृष्टि के तहत टीचर ऑन कॉल कार्यक्रम की सुविधा प्रदान करना। चिन्हित क्लस्टरों में प्रत्येक शैक्षणिक वर्ष में 4 महीने की अवधि के लिए शिक्षकों की रिक्तियों को प्लग-इन करने के लिए जिला प्रशासन की शिक्षा संगम परियोजना के क्रियान्वयन का समर्थन करना और केडमैन स्किलिंग प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से सरकारी स्कूल के छात्रों और शिक्षकों के लिए आईटी कौशल और कंप्यूटर सीखने को सुनिश्चित करके कौशल फरीदाबाद परियोजना के निष्पादन का समर्थन करना।
विभिन्न गणमान्य व्यक्तियों की सम्मानित उपस्थिति में एलओयू पर हस्ताक्षर किए गए। डॉ० अमित भल्ला, वीपी, एमआरईआई डॉ० एनसी वाधवा, आईएएस (सेवानिवृत्त) प्रमुख-शासी निकाय-एफईसी डॉ० समीर कुमार ब्रह्मचारी, अध्यक्ष सहज पथ ज्ञान फाउंडेशनय रितु चौधरी, करण कपूर, सीएमजीजी (मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी) आनंद सिंह, डीपीसी डीसी चौधरी, सदस्य शासी परिषद्, एफईसी संयोगिता शर्मा, परियोजना प्रबंधन इकाई-एफईसी और निदेशक मानव रचना इंटरनेशनल स्कूल हस्ताक्षर के समय एफईसी डॉ० ओपी भल्ला फाउंडेशन और एमआरईआई के सदस्य उपस्थित थे।
इस मौके पर कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि कौशल देश के नागरिकों को रोजगार सुनिश्चित कर सकता है और इसके लिए छात्रों के विषय से संबंधित प्रश्न को समय पर हल करने की आवश्यकता है। यह सराहनीय है कि एफईसी ने पहले ही स्किलिंग, शिक्षा और इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में सरकारी स्कूलों के साथ इसकी शुरूआत कर दी है। उन्होंने कहा कि फरीदाबाद अब एक शिक्षा और चिकित्सा केंद्र बन गया है और शिक्षक ऑन कॉल और शिक्षा संगम जैसी पहल हमें रोजगार के स्तर को बढ़ाने में मदद करती है। उन्होंने कहा हमारे क्षेत्र में रोजगार के अवसरों की नहीं बल्कि छात्रों में कौशल की कमी है और इस क्षेत्र की ओर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है।
टीचर ऑन कॉल प्रोजेक्ट की निरंतर सफलता पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए डॉ० समीर ब्रह्मचारी ने साझा किया कि यह एक क्लाउड आधारित आईवीआर-प्रौद्योगिकी आधारित शैक्षिक ऑनलाइन इंटरैक्टिव समर्थन है जिसने छात्रों को महामारी के समय में मदद की। उन्होंने यह भी साझा किया कि ग्रामीण क्षेत्रों को आवश्यक तकनीकी सहायता देने पर काम किया जा रहा है ताकि इंटरनेट की कमी के बावजूद वे अध्ययन सामग्री और शिक्षकों तक पहुंच सकें।
इस मौके पर डॉ० एनसी वाधवा ने फरीदाबाद एजुकेशन कॉउंसिल के उद्वेश्यों और उपलब्धियों पर एक संक्षिप्त प्रस्तुति की। टीचर ऑन कॉल प्रोजेक्ट के माध्यम से अब तक 28777 कॉल किए जा चुके हैं इसमें 300 से अधिक शिक्षक जुड़े हुए हैं तथा फरीदाबाद और पलवल के सरकारी स्कूलों के 9000 से अधिक छात्र इस सुविधा का लाभ ले रहे हैं।
इस अवसर पर जिला उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने बताया कि अप्रैल माह से शासकीय विद्यालयों के विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की गुणवत्ता की पहचान कर सुधार के स्तर का आंकलन किया जाएगा।
इस मौके पर डॉ० प्रशांत भल्ला ने कहा कि यह कार्यक्रम स्कूलों की पहचान और उनकी आवश्यकताओं जैसे शिक्षकों की कमी और विषय विशेषज्ञों की कमी की जानकारी के साथ शुरू हुआ। मानव रचना द्वारा गोद लिए गए 10 गांवों तक इस पहल का विस्तार किया गया है। उन्होंने यह भी साझा किया कि सरकारी स्कूलों का समर्थन करने के लिए मानव रचना विश्वविद्यालय और अन्य कॉलेजों के बीएड छात्रों को इन स्कूलों में इंटर्नशिप के लिए भेजा जाता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *