मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
चंडीगढ़/जींद, 15 फरवरी: बड़े बड़े नेताओं को राजनीतिक ताकत देने वाले जीन्द के साथ उन्हीं महानुभावों ने सत्ता में आने पर जमकर भेदभाव किया है। ओमप्रकाश चौटाला तो 2000 में नरवाना से ही विधायक बनकर 5 साल मुख्यमंत्री रहे लेकिन तरक्की को जींद जिले में नहीं ला सके। वहीं भूपेंद्र सिंह हुड्डा का ननिहाल जींद जिले में है, तो वे कहते रहे कि उन पर आधा हक जींद का है लेकिन उनके कार्यकाल में तो जींद से राजनीतिक भेदभाव की मिसाल पेश हुई। अखबार में यहां तक खबर छपी थी कि हुड्डा जी की मां ने कहा था कि जींद के विकास में कोई कसर रखी तो वे भूपेंद्र सिंह हुड्डा के कान खींच लेंगी। लेकिन रहे ठाक के वहीं तीन पात। सत्ता में आते ही हुड्डा जींद को भूल गए तो जींद भी उन्हें भूल गया।
ये जींद ही है जिसे जोड़ने वाली एक भी सड़क को 4-लेन करने की योजना भाजपा मनोहर सरकार आने से पहले सिरे नहीं चढ़ पाई, जबकि इस सरकार में जींद से रोहतक, जींद से नरवाना होते हुए पंजाब, जींद से पानीपत, जींद से भिवानी और जींद से कैथल की सड़कें या तो 4-लेन या चौड़ी हो रही हैं। जींद के अंदरूनी मिनी बाइपास और बाहरी बाइपास की योजनाएं करोड़ों रूपये खर्च होने के बावजूद लटकी पड़ी रही, लेकिन अब दोनों बन रहे हैं।
जींद के ऐतिहासिक रानी तालाब की भरसक अनदेखी की गई। इस धरोहर को ऐसी हालत में पहुंचा दिया गया कि लोगों ने यहां आवारा पशु छोड़ने शुरू कर दिए। यकीन करना मुश्किल है, लेकिन लगभग 20 साल से रानी तालाब में पानी नहीं था और अब भाजपा मनोहर सरकार में इसमें पानी भरा गया है। ये पहली बार है कि शहर के लोग रानी तालाब में नौकायान कर आनंदित हो रहे हैं।
19 करोड़ रुपये की लागत से जींद में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट भाजपा सरकार के दौरान लगाया जाएगा। खटकड़, इक्कस, संगतपुरा और काबरछा गांवों में 33 के.वी. के सब-स्टेशन मंजूर हो चुके हैं। नरवाना के नवदीप स्टेडियम में अब सिंथेटिक एथलेटिक ट्रैक लगेगा जिस पर पौने 8 करोड़ खर्च होंगे। जींद में नया बस स्टैंड बनेगा और हिसार कृषि विश्वविद्यालय का रीजनल केंद्र बधाना गांव में खोला जाएगा। इन सभी योजनाएं और कई सड़कों के भी शिलान्यास पत्थर 15 फरवरी को जींद में रखे जा रहे हैं।
इनके अलावा अलेवा में बना सरकारी कॉलेज, जींद और जुलाना में बने 2 आईटीआई, सींसर से ढाकल गांव तक बनी सड़क का उदघाटन भी इसी दिन हो रहा है।
पहली बार भाजपा सरकार ने ही जींद को सही मायने में अपनाया है। जरुरत को देखते हुए जींद के सामान्य अस्पताल की सुविधाएं और बेड की संख्या बढ़ाकर 200 की जा रही है। उचाना में नई अनाज मंडी का निर्माण हो रहा है। बुढाना गांव में केंद्रीय विद्यालय मंजूर हुआ है और जिले में एक मेडिकल कॉलेज खोले जाने का भी एलान हो चुका है।
ये तो कुछ गिने चुने काम हैं जो बहुत पहले हो जाने चाहिए थे लेकिन पिछली सरकारों ने जींद को बस वोट बैंक के तौर पर ही इस्तेमाल किया, यहां के विकास की ओर ध्यान ही नहीं दिया। जींद के लोगों ने वादे करने वाले और खुद को जींद का बेटा बताने वाले बहुत देखे, लेकिन विकास की रफ्तार अब भाजपा सरकार में ही उन्हें नसीब हुई है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का आज का दौरा जींद की सूरत और सीरत बदलने वाला साबित होगा। अब ये जिला भी तेजी से विकास करेगा और राज्य की राजनीतिक तस्वीर भी भविष्य में नए तेवर के साथ तय किया करेगा।

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