मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट
नई दिल्ली/लखनऊ, 24 मार्च: मारा ठुमका बदल गई चाल मितवां, देखो-देखो रे, देखो-देखो रे हमरा कमाल मितवा। फिल्म क्रान्ति के एक गाने की ये लाईनें मशहूर हरियाणवी डांसर एवं सिंगर सपना चौधरी पर एकदम सटीक बैठ रही हैं जिन्होंने की कांग्रेस में शामिल होने की खबर से इंकार कर राजनीति में एक नया उबाल सा ला दिया है। इस इंकार के साथ ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का प्रधानमंत्री बनने का सपना भी सपना ही रह गया जोकि जनसभाओं में संभवत: सपना चौधरी के डांस की परफोरमेंस करवाकर वहां भीड़ जुटाने की मंशा पाले बैठे थे। फिलहाल सपना के कांग्रेस में शामिल होने ना होने को लेकर देशभर खासकर उत्तर प्रदेश की राजनीति गर्मा गई है।
गौरतलब रहे कि उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर ने कल शनिवार को एक ट्विट कर हरियाणा की मशहूर डांसर एवं सिंगर सपना चौधरी के कांग्रेस परिवार में शामिल होने पर स्वागत करते हुए प्रियंका गांधी के साथ उनकी एक फोटो शेयर की थी। इसके बाद खबर आ रही थी कि सपना चौधरी को कांग्रेस मथुरा लोकसभा क्षेत्र से हेमामालिनी के खिलाफ चुनावी रणक्षेत्र में उतारेगी। लेकिन यह खबर उस समय फुस्स हो गई जब विवादों से नाता रखने वाली हरियाणवी डांसर एवं सिंगर सपना चौधरी ने आज कांग्रेस में शामिल होने की बात से ही इंकार कर दिया और इस प्रकार की खबरों को मात्र अफवाह करार दे दिया।
काबिलेगौर रहे कि बीती देर रात कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव मुकुल वासनिक ने विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों के 38 उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी की थी जिसमें मथुरा से भाजपा प्रत्याशी एवं अभिनेत्री हेमामालिनी के सामने कांग्रेस ने सपना चौधरी की बजाए महेश पाठक का नाम जारी किया था। कहा जा रहा है कि मथुरा से अपनी टिकट ना मिलने से नाराज/गुस्सा हो सपना चौधरी ने आज कांग्रेस में शामिल होने के खबर को ही झुठा करार दे दिया।
वहीं इस संबंध में जब उत्तर प्रदेश कांग्रेस के महासचिव नरेन्द्र राठी ने सपना चौधरी द्वारा भरे गए मेंबरशिप फार्म के साथ बयान जारी किया कि उन्होंने कल अपनी बहन के साथ कांग्रेस मेंबरशिप का फार्म भरकर सदस्यता ली तो इस पर सपना चौधरी ने इस फार्म को ही फर्जी करार दे दिया।
मजेदार बात तो यह है कि कांग्रेस महासचिव नरेन्द्र राठी द्वारा 23 मार्च, 2019 की तारीख का जो मेंबरशिप फार्म (नं.7134704) दिखाया जा रहा है उसमें फोटो, साईन आदि तो सपना चौधरी के ही लग रहे हैं लेकिन फार्म में सबसे नीचे मेंबरशिप की जो पांच रूपये की फीस ली गई दिखाई गई है वो 2011 से 2015 तक पांच वर्ष के लिए दर्शाई गई है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि जब फार्म 23 मार्च, 2019 को तो फिर सदस्यता फीस 2011 से 2015 की क्यों ली गई। इससे कांग्रेस की यह कार्यवाही संदेह के घेरे में हैं।
वहीं दूसरी तरफ उंगलियां सपना चौधरी की तरफ भी उठ रही हैं। बातें यह सामने आ रही है कि चूंकि सपना चौधरी को मथुरा से कांग्रेस ने उनकी इच्छानुसार हेमामालिनी के सामने अपना उम्मीदवार नहीं बनाया इसीलिए सपना ने गुस्से में आकर आज कांग्रेस में शामिल होने की खबर को ही झुठा और मेंबरशिप फार्म को फर्जी करार दे दिया।
कहा जा रहा है कि यदि सपना चौधरी ने कांग्रेस पार्टी ज्वाईन ही नहीं की थी तो फिर उसने आज की बजाए कल ही मुकुल वासनिक द्वारा उम्मीदवारों की लिस्ट जारी होने से पहले ही इस खबर को झुठा क्यों नहीं बताया जब उत्तर प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष राजबब्बर ने कल इस खबर को ट्विटर पर ट्विट किया था।
जो भी हो, फिलहाल सपना चौधरी और कांग्रेस के बीच चल रहे इस रस्साकसी के खेल ने एक नई राजनीति औा चर्चाओं को जन्म दे दिया है।

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