अस्पताल ने नहीं लिया 1000 का नोट डिलीवरी में देरी से बच्ची की मौत 

मैट्रो प्लस
खुर्जा, 10 नवम्बर (जस्प्रीत कौर): मोदी सरकार ने अपने एक ऐतिहासिक फैसले में 500 और 1000 के नोट को बैन कर दिया है। इसे कालाधन और आतंकवाद के खिलाफ एक बड़ी और जरूरी कार्रवाई माना जा रहा है। उधर मार्केट में 500 और 1000 के नोट बैन होने से और बैंक एटीएम भी बंद होने से आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसी कड़ी में यूपी के खुर्जा से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक परिवार ने आरोप लगाया है कि एक निजी अस्पताल ने 1000 के नोट लेने से इंकार कर दिया जिससे नवजात की मौत हो गई।
क्या है पूरा मामला
खुर्जा के रहने वाले अभिषेक का कहना है कि वो अपनी पत्नी एकता की डिलीवरी के लिए निजी अस्पताल कैलाश गया था। अस्पताल वालों ने उससे 10,000 रुपए जमा कराने के लिए कहा था। जब वो पैसे लेकर काउंटर पर पहुंचा तो अस्पताल वालों ने 1000 के नोट देखकर पैसे लेने से मना कर दिया। इस पर अभिषेक अस्पताल वालों से मिन्नतें करने लगा कि वो बाद में बदल कर ला देगा फिलहाल इसे जमा कर लिया जाए। अभिषेक के मुताबिक अस्पताल ने एक नहीं सुनी और पत्नी की डिलीवरी में देरी की वजह से उसकी बच्ची की मौत हो गई।
क्या कहा अस्पताल ने
उधर अस्पताल ने इस आरोप को सिरे से खारिज कर दिया है। अस्पताल का कहना है कि बच्ची पहले से ही मृत थी। अस्पताल ने इससे भी इनकार किया है कि अभिषेक से 1000 के नोट लेने से इनकार किया गया था। आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने अस्पताल में 500 और 1000 के नोट अभी भी मान्य रखे हैं लेकिन कई जगहों से ऐसी खबरें आई हैं कि निजी अस्पताल इन्हें लेने में आनकानी कर रहे हैं।

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