Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 6 जनवरी:
दक्ष फाउंडेशन द्वारा अपने आगामी कार्यक्रम ख्याल अपने बुजुर्गों का के लिए किसान भवन सैक्टर-16 में प्रेसवार्ता का आयोजन किया गया। पत्रकार सम्मेलन में दक्ष फाउंडेशन के एडवाइजरी बोर्ड के सदस्य अजय गर्ग ने बताया कि हमें अपने बुजुर्गों का ध्यान रखने की आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि पहले समाज में संयुक्त परिवार होते थे, अब एकाकी परिवार बढ़ रहे हैं। जिस कारण से बुजुर्ग अपना एकाकी जीवन व्यतीत करने पर मजबूर हो रहे हैं। इसी सामाजिक समस्या को ध्यान में रखते हुए दक्ष फाउंडेशन ने ख्याल अपने बुजुर्गों का के नाम से यह पहल शुरू की है। हर वर्ष एक कार्यक्रम इस थीम के साथ आयोजित किया जाता है। यह चौथा वर्ष है जब यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इस वर्ष कार्यक्रम में 12 जनवरी को राष्ट्रीय युवा दिवस के अवसर पर इंडोर स्टेडियम, खेल परिसर, सैक्टर-12 में एक चित्रकला प्रतियोगिता आशीर्वाद शीर्षक से आयोजित की जाएगी। जिसमें एक ही शर्त रखी गई है कि इस प्रतियोगिता में प्रतिभागी अपने दादा-दादी या नाना-नानी के साथ हिस्सा लेंगे। इसके अलावा वहां पर बुजुर्गों के लिए आर्टिमिस अस्पताल के सहयोग से हेल्थ चेकअप कैंप का आयोजन किया गया है। जिसमें अलग-अलग विशेषज्ञों द्वारा बुजुर्गों की हेल्थ का चेकअप किया जाएगा।
मानव रचना युनिवर्सिटी के सहयोग से फिजियोथेरेपी कैंप व डेंटल चेकअप किया जाएगा। भाटिया सेवक समाज (तारा नेत्रालय) के सहयोग से आंखों का चेकअप होगा।
इस मौके पर विकास कुमार सचिव जिला रेडक्रॉस सोसायटी ने बताया कि इस वर्ष इंडियन रेडक्रॉस के 100 वर्ष पूरे होने के अवसर पर जिला रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए आर्टिफिशियललिंब्स के रजिस्ट्रेशन करके बाद में वितरित किए जाएंगे। उन्होंने दक्ष फाउंडेशन की इस पहल की सराहना की और कहा कि वर्तमान में इस तरह की पहल आवश्यकता है क्योंकि देश में वरिष्ठ नागरिकों की संख्या बढ़ रही है।
इस मौके पर जाट समाज के प्रधान जयपाल सिंह सांगवान ने बताया कि 14 जनवरी को किसान भवन में जाट समाज के सहयोग से ख्याल अपने बुजुर्गों का कार्यक्रम की अगली कड़ी में चित्रकला प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कार एवं 11 अलग-2 श्रेणियों में ऐसे वरिष्ठ नागरिक आयु 65 वर्ष से अधिक, जिन्होंने अपने जीवन काल में समाज के उत्थान के लिए कार्य किए हैं को लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड दिए जाएंगे। एसआर तेवतिया ने बताया कि हिंदूकल्चर के अनुसार मकर सक्रांति का दिन बुजुर्गों के लिए होता है ऐसी मान्यता है कि इस दिन नई नवेली दुल्हन अपने बुजुर्गों को मान-सम्मान के लिए कुछ उपहार भेंट करते हैं तो इसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इस दिन उपस्थित सभी बुजुर्गों को उपहार भेंट करके सम्मानित भी किया जाएगा।
इस मौके पर एचएस मलिक ने बताया कि कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों के लिए रंगा-रंग कल्चरल प्रोग्राम है।
इस मौके पर प्रवेश कंसल निदेशक दक्ष फाउंडेशन, अंकुर शरण, अजय श्रीवास्तव, एसएस दहिया, रमेश चौधरी, एसआर तेवतिया आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

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