बुलावायो जिम्बाबे (अफ्रीका) में आयोजित इंटरनेशनल एसएमई इंडिया-2018 में विशेष आगन्तुक वक्ता के रूप में गए हुए हैं जे.पी. मल्होत्रा
मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
जिम्बाबे/फरीदाबाद, 12 अप्रैल: वर्ष-2030 मेें अफ्रीकी अर्थव्यवस्था जहां एक विकसित मार्किट के रूप में उभर कर सामने आएगी वहीं ग्राहक की क्रय क्षमता 2.2 ट्रिलियन यूएसडी (अमेरिकन डॉलर) तक पहुंच जाएगी और 29 मिलियन युवा प्रतिवर्ष श्रमिक फोर्स के रूप में प्रवेश करेंगे। भारतीय वाल्वस प्रा. लिमिटेड के सीएमडी एवं डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जे.पी. मल्होत्रा ने बुलावायो जिम्बाबे (अफ्रीका) में आयोजित इंटरनेशनल SME इंडिया-2018 में विशेष आगन्तुक वक्ता के रूप में उक्त विचार व्यक्त करते कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के विकास में एसएमई ने प्रमुख भूमिका निभाई है और रोजगार उपलब्ध कराने में एसएमई सैक्टर ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि कम पूंजी और तकनीकी आवश्यकता के ग्रामीण क्षेत्र में बेहतरीन विकास एसएमई ईकाईयों के कारण संभव हो सका। श्री मल्होत्रा एन्हैन्सिग एसएमई ग्रोथ थू्र स्मार्ट पार्टनरशिप थीम पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। कार्यक्रम में 450 से अधिक लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।
इस मौके पर सीबीजैड एसैट मैनेजमेंट के प्रबंध निदेशक जैक स्मिथ ने अपने विचार व्यक्त करते कहा कि भारत में एमएसएमई सैक्टर ने अपनी वार्षिक टर्नओवर में काफी बढ़ोतरी की है। श्री मल्होत्रा ने कहा कि इससे ईज ऑफ डुईंग बिजनेस को प्रोत्साहन मिला और क्लासिफिकेशन नाम्र्स के साथ नई कर प्रक्रिया जीएसटी की ओर कदम बढ़े।
स्मार्ट पार्टनरशिप पर विचार व्यक्त करते श्री मल्होत्रा ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि इसका लक्ष्य निर्धारित होना चाहिए, प्रक्रिया सरल होनी चाहिए, यथार्थ तथा प्रासंगिकता के साथ-साथ एक निर्धारित समयावधि में इसे पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्मार्ट पाटर्नरशिप वास्तव में उत्पाद के निर्माण, प्रक्रिया के प्रबंधन, सेवा की डिलीवरी, मैटीरियल की आपूर्ति के संबंध में एक ऐसी प्रक्रिया है जिस पर सहमति व्यक्त की गई है।
श्री मल्होत्रा ने फिक्की और एनएसआईसी द्वारा दिए जाने वाले सहयोग का जिक्र करते कहा कि कैपेसिटी बिल्डिंग और नये लक्ष्यों की पूर्ति व भारत से जिम्बाबे नये उत्पाद व तकनीक के लिये स्टैटेजिक एलयान्स जरूरी है।
श्री मल्होत्रा ने बुलावायो वोकेशन सैन्टर का भी दौरा किया, जहां एनएसआईसी ने एक इनकम्बेशन सैंटर खोलने का निर्णय लिया है। इस सैंटर में वैल्डिंग, रेफ्रीजिरेशन, फोरजिंग, पैट बोटल्स और नैपकिन्स मैन्यूफैक्चर्स का प्रशिक्षण दिया जाएगा।
जिम्बाबे में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित प्रेस कान्फै्रंस में श्री मल्होत्रा ने जिम्बाबे के एसएमई उद्यमियों को भारत विजिट का आमंत्रण देते कहा कि टैक्सटाईल, लाईट इंजीनियरिंग, आईटी के क्षेत्र में भारतीय एसएमई सैक्टर का प्रदर्शन बेहतरीन रहा है।
इस अवसर पर भारतीय वाल्वस प्रा. लिमिटेड की सफलता सम्बंधी व्याख्यान भी प्रस्तुत किया गया जोकि स्मार्ट पार्टनरशिप के तहत वर्तमान में विशेष मुकाम हासिल किए हुए है। एससी टाईल एलपीजी वाल्व की मैन्यूफैक्चरिंग कर रही भारतीय वाल्वस एसएमई कॉसन टैक्रोवा, डेनमार्क और कलस्टर ऑफ ऑयल कम्पनी की स्मार्ट पार्टनरशिप का प्रत्यक्ष प्रमाण है। श्री मल्होत्रा ने सुश्री अभिगेल शोनहिमा सचिव उद्योग व व्यापार मंत्रालय के साथ एमसएमई प्रोडक्ट प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया।
श्री मल्होत्रा ने जिम्बाबे में राजदूत आर मसाकुई का आभार व्यक्त किया जिन्होंने दोनों देशों के एसएमई सैक्टर के बीच परस्पर सामन्जस्य व तालमेल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

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