मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 1 सितम्बर: विद्यासागर इंटरनेशनल स्कूल में जन्माष्टमी पर्व पर शानदार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि पंडित मूलचंद शर्मा, विधायक बल्लभगढ़ ने दीप प्रज्ज्वलित करने के बाद बाल गोपाल को मक्खन मिसरी का भोग लगाकर किया।
इस अवसर पर श्री शर्मा ने कहा कि श्रीकृष्ण कर्म, भक्ति एवं ज्ञान के प्रतीक हैं। बाल अवस्था में ईष्ट-मित्रों के साथ माखन चोरी उनकी सरलता व चपलता को दर्शाती है। कौरव व पांडव के बीच संधि का प्रयास नीति एवं कूटनीति का प्रतीक था, जबकि युद्ध के समय मार्ग दर्शक के रूप में उनकी भूमिका अहम रही। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्कूल के चेयरमैन धर्मपाल यादव ने कहा कि श्रीकृष्ण के व्यक्तित्व में उनके गुण थे, जिसके कारण वे महानायक बने उन्होंने गरीब मित्र सुदामा से मित्रता निभाई, दुराचारी शिशुपाल का वध किया।
पाण्डुपुत्र युधिष्ठिर के राजसूय यज्ञ में आने वाले अतिथियों के पैर धो, और जूठी पत्तलें उठाई, महाभारत के युद्ध में अपने स्वजनों को देखकर विमुख अर्जुन को आत्मा की अमरता का संदेश दिया, जो धार्मिक ग्रंथ श्रीमद्भगवतगीता्य बना। इस अवसर पर बच्चों ने सुंदर झांकियां सजाई एवं खास रूप से दही-हांडी का आयोजन किया।
गौरतलब है कि दही-हांडी प्रतियोगिता के तहत लड़कों का एक समूह पिरामिड बनाता है, जिसमें एक लड़का ऊपर चढ़कर ऊंचाई पर लटकी हांडी, जिसमें की दही होता है, को फोड़ता है। ये लड़के गोविंदा बनकर इस खेल में भाग लेते हैं। इस दौरान काफी गीत-संगीत होता है और पिरामिड वाले लड़कों पर आस-पास के लोग काफी पानी फेंकते हैं जिससे पहुंचना आसान नहीं होता। जो लड़का हांडी फोड़ता है वो ही विजेता होता है।
इस अवसर पर स्कूल के छात्र-छात्राओं ने सुंदर भजन एवं नाट्य कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी जिन्हें देखकर सारा वातावरण तालियों से गूंज उठा। इसके उपरांत विद्यालय के डॉयरेक्टर दीपक यादव ने बच्चों को बधाई दी और उन्होंने बताया कि यह पर्व हमें आपसी प्रेम व भाई-चारे की भावना के साथ मनाना चाहिए व सभी धर्मों का आदर करना चाहिय।
कार्यक्रम का समापन हर्षोल्लास के साथ हुआ। इस अवसर पर मुख्य रूप से नानकचंद चेयरमैन, हातम अधाना, सुरेन्द्र त्यागी, कर्मवीर बोहरा, जयराम प्रधान, हुकुमचंद सरपंच, स्कूल के अकेडमिक डॉयरेक्टर सीएल गोयल, डॉयरेक्टर शम्मी यादव, प्रधानाचार्या कुलविंद्र कौर व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। दही-हांडी तक

 

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