मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 28 दिसंबर:
सेक्टर-21ए स्थित होमर्टन ग्रामर स्कूल ने स्कूल परिसर में अपनी वार्षिक प्रदर्शनी-2023 और क्रिसमस कार्निवल का आयोजन बड़ी धूमधाम से किया जो उत्सव की बाद में वंडरलैंड में बदल गया। स्कूल प्रबंधन ने छात्रों, उनके परिवारों और दोस्तों का गर्मजोशी से स्वागत किया और उन्हें इस खुशी के उत्सव के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

इस वार्षिक प्रदर्शनी में विभिन्न विषयों में छात्रों की रचनात्मकता, ज्ञान और नवीनता का प्रदर्शन किया गया। आत्मविश्वास से अपने प्रोजेक्ट, मॉडल और इंटरैक्टिव लर्निंग गेम पेश करते हुए छात्रों ने आगंतुकों को एक समृद्ध अनुभव में शामिल किया। प्रदर्शनी और कार्निवल ने सीखने और आनंद का सहज मिश्रण किया जो सभी उपस्थित लोगों के लिए एक आदर्श मिश्रण पेश करता है।

स्कूल का मैदान ट्रैम्पोलिन, बंजी जंपिंग, 360 डिग्री कैमरा अनुभव, डूडलिंग और एक समर्पित बच्चों के खेल क्षेत्र सहित असंख्य गतिविधियों से जीवंत हो उठा। उत्सव का केंद्र बिंदु प्रदर्शन मंच था जहां होमर्टन के छात्रों ने मंत्रमुग्ध नृत्य प्रदर्शन, मधुर गायन और विद्युतीय कृत्यों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

लजीज व्यंजनों की विशेषता वाले आनंददायक भोजन स्टालों के साथ-साथ हेयर ब्रेडिंग, टैटू मेकिंग और विभिन्न गेमिंग स्टॉलों जैसे आकर्षक अनुभवों ने निरंतर मनोरंजन सुनिश्चित किया। यहां एक चैरिटी काउंटर भी स्थापित किया गया जिससे होमर्टन ग्रामर स्कूल को कम भाग्यशाली लोगों के लिए धन और संसाधन जुटाने की अनुमति मिली। परिसर में एक आकर्षक सांता की उपस्थिति ने पहले से ही खुशी के अवसर पर मुस्कराहट और उत्साह बढ़ा दिया।

यह दिन एक विजय समारोह की मेजबानी करने के लिए एक उपयुक्त अवसर के रूप में भी काम करता है जिसमें उन छात्रों को सम्मानित किया जाता है जिन्होंने जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके होमर्टन को बहुत गौरव दिलाया है।

इस अवसर पर स्कूल के प्रबंध निदेशक राजथीप सिंह ने विद्यार्थियों को निराश्रितों की मदद के लिए संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया तथा अभिभावकों की सक्रिय भागीदारी के लिए आभार व्यक्त किया। उनका समापन शब्द गूंज उठे, क्रिसमस को प्यार, हंसी और सदभावना के क्षणों से जगमगाने दें, से हुआ।

होमर्टन ग्रामर स्कूल की वार्षिक प्रदर्शनी और क्रिसमस कार्निवल सिर्फ कार्यक्रम नहीं था बल्कि ज्ञान, रचनात्मकता, करुणा और क्रिसमस की सच्ची भावना का उत्सव था।

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