मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 23्र जनवरी:
NH-3 स्थित प्राची हॉस्पिटल एक बार फिर विवादों में आ गया है। महिलाओं व बच्चों के हित में कार्य करने वाली महिला एवं बाल विकास परिषद तथा हंस वाहिनी संस्था द्वारा NH-3 स्थित प्राची हॉस्पिटल द्वारा अपने यहां सरकारी मान्यता प्राप्त गर्भपात केन्द्र का बोर्ड लगाने की निंदा करते हुए उसे लीगल नोटिस जारी किया है।

महिला एवं बाल विकास परिषद के चेयरमैन डॉ. तरूण अरोड़ा एडवोकेट और हंस वाहिनी संस्था की चेयरपर्सन डॉ. मनसा पासवान ने बताया कि NH-3 में चिमनीबाई चौक पर स्थित प्राची अस्पताल के प्रबंधक द्वारा अपने मुख्य द्वार पर एक बोर्ड लगाया गया है। इस बोर्ड पर अस्पताल प्रबंधक ने लिखा है कि सरकारी मान्यता प्राप्त गर्भपात केन्द्र, जिसका वह पुरजोर विरोध करते है। इनका कहना है कि इस सडक़ पर एक बड़ा कालेज, एक निजी व एक सरकारी स्कूल है जिनमें पढऩे वाले हजारों छात्र-छात्राएं इस हॉस्पिटल के सामने से आते-जाते है। इस बोर्ड के लगने से छात्रछात्राओं पर बुरा असर पड़ रहा है।

इस मामले में डॉ. तरूण अरोड़ा एड़वोकेट व डॉ. मनसा पासवान ने अस्पताल संचालक को उक्त बोर्ड को तुरन्त हटाने के लिए लीगल नोटिस जारी करते हुए कहा है कि जिला उपायुक्त व जिला सिविल सर्जन फरीदाबाद को जिले के अन्र्तगत आने वाले एमपीटी सैन्टर पर गर्भपात करने के लिए जिला प्रशासन से अनुमति लेनी होती है। इनका कहना है कि किसी विशेष परिस्थिति में गर्भपात किया जा सकता है, परन्तु अस्पताल द्वारा इस प्रकार का विज्ञापन बोर्ड लगाना ऐसा लग रहा है जैसे कि सरकार द्वारा स्लाटर हाऊस की अनुमति दी जाती है, वहीं उनको भ्रुण हत्या करने की अनुमति प्रदान की गई है।

श्री अरोड़ा ने कहा कि वैसे तो सरकार बेटी बचाओ व बेटी पढ़ाओ का नारा देती है, वहीं इस प्रकार का विज्ञापन बोर्ड लगाकर प्राची अस्पताल प्रबंधन उक्त नारे को धूमिल करने का काम कर रहे हैं।

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