एसआरएस ग्रुप तथा निवेशकों के प्रतिनिधिमंडल की बैठक में ग्रुप के चेयरमैन ने दिया अपना प्रस्ताव
छोटे निवेशकों को दी जाएगी प्राथमिकता
फाईनेंसर बनाम इंवेस्टर मामले में मैट्रो प्लस का खुलासा, पार्ट-3
नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 03 अप्रैल: फाईनेंसर बनाम इंवेस्टर मामले में जहां शहर में रोजाना कोई ना कोई बखेड़ा खड़ा हो रहा है वहीं इस मामले को शांतिप्रिय ढंग से निपटाने तथा लोगों में पहले की तरह अपना विश्वास कायम रखने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए एसआरएस ग्रुप ने आज एक नई पहल की है। अपनी इसी पहल के चलते एसआरएस ग्रुप के डॉयरेक्टरों ने आज रविवार को बल्लभगढ़ के एक बड़े फाईनेंसर विनोद मामा के निवेशकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ एक आपातकालीन बैठक की। गौरतलब रहे कि पहले यह बैठक सोमवार चार अप्रैल को सैक्टर-12 स्थित एसआरएस मॉल के बैंक्वेट हॉल में होनी तय हुई थी जोकि एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन डा० अनिल जिंदल के कल शहर में ना होने के कारण आज ही हो गई।
फाईनेंसर विनोद मामा के सैक्टर-9 स्थित निवास पर हुई इस बैठक में डा० जिंदल ने फाईनेंसर विनोद मामा की तरफ से निवेशकों की रकम लौटाने का एक प्रस्ताव रखा। प्रस्ताव के मुताबिक हाल-फिलहाल मार्किट की मंदी को देखते हुए फिलहाल छोटे निवेशकों की तरफ ज्यादा ध्यान दिया गया है। डॉ० जिंदल ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि उनके एसआरएस ग्रुप के फाईनेंसर विनोद मामा की तरफ से फिलहाल छोटे निवेशकों को राहत देने का काम किया जाएगा। इसके अलावा उन निवेशकों का ज्यादा प्राथमिकता दी जाएगी जिनको बीमारी के लिए, स्कूल-कॉलेजों में बच्चों के एडमिशन के लिए या फिर अन्य किसी जरूरी काम के लिए पैसे की ज्यादा जरूरत है। ऐसे जरूरतमंद निवेशक फाईनेंसर विनोद मामा के कार्यालय पर आकर अपनी बात रख सकते है, जहां उनकी हरसंभव मदद की जाएगी। निवेशकों को यह भरोसा दिलाते हुए एसआरएस ग्रुप के प्रस्ताव के मुताबिक सबसे पहले फाईनेंसर और इंवेस्टर मामले को सुलझाने तथा उनकी रकम को वापिस करने के लिए बनाई गई स्लैब पॉलिसी के तहत पांच लाख रूपये तक के निवेशकों को फाईनेंसर विनोद मामा की तरफ से निपटाया जाएगा। इनके चैक ब्याज समेत जल्द की उनको दे दिए जाएंगे। साथ ही एसआरएस ग्रुप ने यह भी कहा कि ऐसा नहीं है कि बड़े निवेशकों को दरकिनार कर दिया जाएगा। बड़े निवेशकों की रकम वापिसी के लिए भी पॉलिसी बनाई जा रही है जो कि जल्द ही बता दी जाएगी। बकौल एसआरएस ग्रुप वे किसी भी कीमत पर शहर के लोगों तथा अपने निवेशकों का भरोसा उन पर से नहीं उठने देंगे। डा० जिंदल के मुताबिक उन्हें उम्मीद है कि लोगों का भरोसा उन पर पहले की तरह बना रहेगा और जल्द की मंदी के बादल एसआरएस ग्रुप पर से हट जाएंगे। साथ ही एसआरएस ग्रुप ने लोगों तथा निवेशकों से अपील की है कि वे गलत लोगों के बहकावे में ना आए और पहले की तरह अपना सहयोग बनाए रखें।
वहीं दूसरी तरफ एसआरएस ग्रुप के उक्त प्रस्ताव पर निवेशकों के प्रतिनिधिमंडल ने फिलहाल कोई जबाव नहीं दिया है। प्रतिनिधिमंडल में शामिल लोगों ने निवेशकों की तरफ से सारी समस्याएं एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन तथा फाईनेंसर विनोद गर्ग मामा के सामने रखी। रही बात रकम वापिसी के लिए बनाई गई स्लैब पॉलिसी के प्रस्ताव की तो इस मामले में निवेशकों की तरफ से प्रतिनिधिमंडल में शामिल एक निवेशक डी.के. त्यागी का कहना है कि बैठक बड़े ही सौर्हदपूर्ण माहौल में हुई इस बैठक में जो प्रस्ताव कमेटी के सामने रखा गया है उससे सभी लोगों को अवगत करा दिया जाएगा और उसी के मुताबिक फैसला लिया जाएगा।
इस बैठक में एसआरएस ग्रुप के चेयरमैन डा० अनिल जिंदल, एसआरएस ग्रुप के लगभग सभी डॉयरेक्टर, फाईनेंसर विनोद गर्ग मामा, उनके समधी एवं कांग्रेस नेता लखन सिंगला तथा निवेशकों की तरफ से डी.के. त्यागी, प्रमोद गुप्ता, संजय मेंदीरता, सुरेन्द्र गोयल, जोगेन्द्र गर्ग, डॉ० प्रवीण गुप्ता, प्रवीण कुमार, मुकेश गुप्ता, यशपाल तथा नीलम, संतोष गोयल सहित तीन महिलाएं इस प्रतिनिधिमंडल में शामिल थी जिन्होंने कि इस आपातकालीन बैठक में हिस्सा लिया।

एसआरएस ग्रुप द्वारा फाईनेंसर विनोद मामा की तरफ से रखे गए स्लैब पॉलिसी के प्रस्ताव पर फाईनेंसर विनोद मामा के निवेशक क्या रूख अपनाते यह तो इन निवेशकों को ही तय करना है।

फाईनेंसर बनाम इंवेस्टर मामले में जल्द ही फिर से देखिए पत्रकार नवीन गुप्ता की खास रिपोर्ट। पार्ट-4 में। -क्रमश:

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