मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
भिवानी, 18 जून: राष्ट्रमण्डल के पदक विजेताओं सहित राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर के खिलाडिय़ों के सम्मान को लेकर भाजपा सरकार के दोयम दर्जे के फैसले के खिलाफ इनसो ने जो बिगूल बजाया था और 5 अगस्त को इनसो स्थापना दिवस पर प्रदेश के खिलाडिय़ों को सम्मानित करने के साथ-साथ प्रदेश के खिलाडिय़ोंं के साथ हो रही ज्यादति के खिलाफ इनसो ने जो बिगूल बजाया था उससे दबाव में आकर प्रदेश सरकार ने किसी न किसी तरह खिलाडिय़ों को सम्मानित करने का आधा अधूरा मन बनाया है। उससे एक बात तो बिल्कुल साफ हो गई है कि प्रदेश की भाजपा सरकार अनुभवहीन है। ये लोग दबाव में आकर ही काम करना जानते हैं। यह बात इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिगिवजय सिंह चौटाला ने कोमनवैल्थ खिलाडिय़ों के सम्मान में हो रही देरी को लेकर सरकार को आडे हाथो लेते हुए कही।
इनसो अध्यक्ष ने साथ ही खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि जब से इनसो ने प्रदेश के होनहार खिलाडिय़ों के मुददे को उठाया है तब से भाजपा सरकार की रातों की निंद उड़ गई थी। प्रदेश सरकार से अनदेखी के चलते खिलाडिय़ों का मनोबल गिर गया था लेकिन इनसो ने 5 अगस्त को कैथल में खिलाडियों के सम्मान में इनसो स्थापना दिवस को समर्पित किया हुआ है। 5 अगस्त को इनसो होनहार खिलाडिय़ों को कैथल में सम्मानित करेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश के 98 होनहार खिलाडिय़ों की फाईल खेलमंत्री अनिल विज के पास मौजूद है। आस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट में हुए कोमन वैल्थ गेम में हरियाणा के खिलाडिय़ों ने अच्छा प्रदर्शन किया था। खेल नीति के तहत गोल्ड विजेता को डेढ़ करोड़, सिल्वर को 75 लाख, ब्रोंज मैडल विजेता को 50 लाख की राशि दी जानी थी जिसे मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर व खेलमंत्री अनिल विज के उदासीन रवैये के कारण पिछले काफी समय से रोका गया है। वहीं कोमन वैल्थ गेम में भाग लेने वाले प्रत्येक खिलाड़ी को 7.5 लाख रूपए देने का प्रस्ताव भी है। इसके अलावा अन्य बहुत से होनहार खिलाड़ी सम्मान पाने के लिए तरस गए हैं, लेकिन खेलमंत्री अनिल विज के बार-बार खिलाडिय़ोंं को नजर अंदाज करने पर जब इनसो ने इस मुददे को गंभीरता से लिया और सरकार के खिलाफ बिगूल बजाया तो सरकार को सदबुद्धि का अनुभव हुआ और उन्होंने खिलाडिय़ों को सम्मान करने बारे सोचना शुरू किया। इनसो अध्यक्ष ने कहा कि खेल नीति को इनेलो शासनकाल में बेहतरीन बनाया था तत्कालीन मुख्यमंत्री औम प्रकाश चौटाला ने गोल्ड मैडल खिलाड़ी को 1 करोड़ की राशि स्वीकृत की थी वहीं दूसरे व तृतीय खिलाडिय़ों को 50 व 25 लाख रूपए देने की नीति बनाई थी। चौटाला ने खुशी व्यक्त करते हुए कहा पिछले दिनों उन्होंने खेल व स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की सदबुद्धि के लिए भगवान से प्रार्थना की थी जिसका प्रभाव देखने को मिल रहा है। दिगिवजय ने कहा कि राजनीति से उपर उठकर खिलाडिय़ों का सम्मान करना प्रदेश सरकार का कर्तव्य बनता है। प्रदेश सरकार तुगल की फरमान जारी ना करके और खिलाडिय़ों से ही सरकारी खजाने की छोटी सोच को दरकिनार करके सम्मान करने बारे सोचना चाहिए।

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