Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 9 फरवरी:
डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन द्वारा स्ट्राइव प्रोजेक्ट के अंतर्गत कार्यस्थल पर महिलाओं के साथ होने वाले पोश कानून (यौन उत्पीडन अधिनियम) के प्रति जागरूकता लाने हेतु एक शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में क्षेत्र की महिलाकर्मियों के साथ-साथ नई अप्रेंटिस ने भी बढ़-चढ़कर भाग लिया।

इस मौके पर महिला अधिवक्ता सुश्री ऋतु कपूर ने उपस्थित महिला शक्ति को पोश कानून के प्रति जागरूक करते कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा राज्य महिला आयोग के माध्यम से महिला शक्ति को कार्यालय सुरक्षा प्रदान करने हेतु प्रयासरत है। सुश्री कपूर ने बताया की हरियाणा राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में महिला शक्ति आवाज को बुलंद उठाने हेतु तत्पर है।

सुश्री कपूर ने कहा कि महिलाकर्मियों को कार्य परिसर के वातावरण के प्रति सजग रहना होगा और यदि उनके साथ किसी भी प्रकार का उत्पीडऩ होता है तो इसकी जानकारी प्रबंधन और नजदीक पुलिस थाने को सूचित करना चाहिए। उन्होंने उपस्थित महिला कर्मियों और अप्रेंटिस को बताया की प्राय: यौन उत्पीडन शारीरिक एवं मानसिक रूप से होता है, ऐसे में बिना किसी झिझक और डर से उसकी जानकारी प्रबंधन के साथ सांझा करे और यदि संतुष्ट न हो तो इसकी सूचना पुलिस को दे।

सुश्री कपूर ने बताया की पोश अधिनियम के अंतर्गत यौन उत्पीडऩ पर कार्यवाही केवल अधिकार महिला शक्ति को प्राप्त है। उन्होंने एसोसिएशन के सदस्यों को बताया की की कार्यालय परिसर में महिलाओं से संबधित शिकायतों के निपटारण हेतु एक ऐसी कमेटी का गठन करने का नियम है जिसके अंतर्गत यौन उत्पीडन के मामले पर जांच कार्यवाही और पुलिस को सूचित करने का प्रावधान है।

इस अवसर पर डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के प्रधान जे.पी. मल्होत्रा ने कहा कि एसोसिएशन अपने सदस्यों और अप्रेंटिस को ट्रेनिंग और जानकारी देने हेतु प्रयासरत है। उन्होंने कहा की पोश कानून अधिनियम पुरूष और महिला शक्ति में बेहतर तालमेल तथा संतुलन बनाने में सहायक है।

जेपी मल्होत्रा ने बताया की पोश अधिनियम से महिला शक्ति कार्यालय परिसर में स्वयं को सुरक्षित महसूस करती हैं, जो संस्थान और उज्ज्वल समाज के गठन हेतु आवश्यक है। उन्होंने बताया की महिला और पुरूष दोनों एक रथ के दो पहियों के समान जिनमें आपसी सहयोग और तालमेल जरूरी है।

जेपी मल्होत्रा ने कहा कि महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में सकारात्मक बदलाव लाना होगा जो समाज, संस्कृति, सभ्यता के साथ उन्नति हेतु आवश्यक है। उन्होंने बताया कि कोई भी देश या अर्थव्यवस्था लिंगभेद और भेदभाव के साथ मजबूत नहीं रह सकती क्योंकि समानता सभी वर्गो हेतु लाभप्रद है। श्री मल्होत्रा ने आशा व्यक्त करते कहा कि एसोसिएशन द्वारा स्ट्राइव प्रोजेक्ट के अंतर्गत अपने सदस्यों को पोश अधिनियम के प्रति प्रेरित करने के जो प्रयास किए है उसके सफल परिणाम शीघ्र सामने आएंगे।

इस शिविर में एडवांस फॉर्जिंग, बेसोटो स्टार्टिंग, प्रेस्टो स्टेटेंट, एसके डाइंग गुन्नु फैशन, जे.पी. निट फेब, गौतम इंजीनियर के श्रमिक स्टॉफ और 25 अप्रेंटिस ने भाग लिया।

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