मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
बल्लभगढ़, 17 अप्रैल: भगवान महावीर जयंती के अवसर पर बल्लभगढ़ स्थित जैन मंदिर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। भगवान महावीर कि जयंती धूमधाम से मनाई गई। इस मौके पर जैन समाज की महिलाओं ने भगवान महावीर को पालना झुलाया और विधिवत रूप से पूजा अर्चना की।
इस मौके पर कांग्रेसी नेत्री एवं समाजसेवी सीमा जैन ने भगवान महावीर के जीवन पर संक्षिप्त रूप से प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान महावीर जैन धर्म के 24वें तीर्थंकर है। भगवान महावीर का जन्म करीब ढाई हजार साल पहले ईसा से 599 वर्ष पूर्व वैशाली के गणतंत्र राज्य क्षत्रिय कुण्डलपुर में हुआ था। तीस वर्ष की आयु में महावीर ने संसार से विरक्त होकर राज वैभव त्याग दिया और संन्यास धारण कर आत्मकल्याण के पथ पर निकल गए। 12 वर्षों की कठिन तपस्या के बाद उन्हें केवल ज्ञान प्राप्त हुआ जिसके पश्चात् उन्होंने समवशरण में ज्ञान प्रसारित किया। 72 वर्ष की आयु में उन्हें पावापुरी से मोक्ष की प्राप्ति हुई। इस दौरान महावीर स्वामी के कई अनुयाई बने जिसमें उस समय के प्रमुख राजा बिम्बिसार, कुनिक और चेटक भी शामिल थे। जैन समाज द्वारा महावीर स्वामी के जन्मदिवस को महावीर-जयंती तथा उनके मोक्ष दिवस को दीपावली के रूप में धूम-धाम से मनाया जाता है।
इस मौके पर अनू जैन, ममता जैन, ऊषा जैन, सूरज जैन, कुसुम जैन, विनीता जैन, प्रिया जैन, सुशीला जैन आदि ने भगवान महावीर की पूजा अर्चना की।

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