मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद/गुरूग्राम, 3 जनवरी: गुरूग्राम डिवीजन के कमिश्रर डॉ.डी.सुरेश का कहना है कि उन्होंने एनआईटी फरीदाबाद स्थित बिट्टू टिक्की वाला (BTW) वाली इमारत के मामले में दिया गया अपना स्टे आज खारिज करते हुए इसका फैसला नगर निगम फरीदाबाद पर छोड़ दिया है कि वो चाहे तो इसे सील करे चाहे इसे तोड़े, नगर निगम फरीदाबाद इसके लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है। डॉ.डी.सुरेश का यह आदेश इस मामले में अपने को पाक-साफ रखने की कवायद माना जा रहा है।
इन्हीं आदेशों के बाद से अब लगभग यह तय हो गया है कि नगर निगम इस विवादस्पद मामले में अपनी तथा डिवीजनल कमिश्रर की किरकिरी होने के बाद इसे सील करने की बजाए इस अवैध इमारत पर एक-दो दिन में ही अपना पीला पंजा चलाकर इसे धाराशायी कर सकता है। नगर निगम के एसडीओ तोडफ़ोड़ ओ.पी.मोर का भी कहना है कि बीटीडब्ल्यू वाली इस अवैध इमारत पर अब नगर निगम सीलिंग की कार्यवाही करने की बजाए तोडफोड़ की कार्यवाही कर सकता है। इस मामले में संबंधित अधिकारियों से बात चल रही है। उन्हीं के निर्देशानुसार इस मामले में एक-दो दिन में ही फैसला लेकर जो भी कार्यवाही बनेगी उसे अंजाम दे दिया जाएगा।
ध्यान रहे कि नगर निगम कमिश्रर समीरपाल सरों पिछले कुछ समय से शहर में हो रहे अवैध निर्माणों के खिलाफ अभियान छेड़ते हुए उन्हें जमींदोज करने में लगे हुए हैं। सैनिक कालोनी, 12/2, वाईएमसीए चौक ऐसे कई उदाहरण है जिनको उन्होंने मिट्टी में मिलवा दिया है। हालांकि कल मंगलवार को कांग्रेस नेता का NEXA शोरूम पोकलेन मशीन ना आ पाने के कारण धाराशायी होने से बच गया था जिसका नम्बर अब बीटीडब्ल्यू पर होने वाली संभावित तोडफोड़ के साथ लग सकता है। सीलिंग हो या तोडफ़ोड़ शहर की जनता तो अब एक-दो दिन में बिट्टू टिक्की वाली की टिक्की खाने से वंचित होने वाली है।
गौरतलब रहे कि मैट्रो प्लस ने पिछले कुछ दिनों से इस मामले को प्रमुखता से उठा रखा था जिसपर कि इस कार्यवाही को अंजाम दिया रहा है।
ध्यान रहे कि 5एन/40ए व 5एन41ए, एनआईटी फरीदाबाद को इसके मालिकों ने नगर निगम से रिहायशी नक्शा पास करवाकर उस पर कॉमर्शियल इमारत खड़ी कर इसे बिट्टू टिक्की वाला (बीटीडब्ल्यू) की यहां फेंचाइजी लेने वाले को मोटे किराए पर दे दिया था। इस अवैध इमारत की शिकायत जयप्रकाश नामक व्यक्ति ने सीएम विंडो आदि पर कर दी थी। इसी शिकायत पर कार्यवाही करते हुए नगर निगम ने पहले तो बीटीडब्ल्यू वाली इस इमारत को सिफारिश आने पर 22 दिसम्बर को आधा-अधूरा तथा 23 दिसम्बर को अपने अधिकारियों के आदेशों पर पूरी तरह सील कर दिया था और चार दिन बाद ही गुरूग्राम डिविजन कमिश्रर डॉ.डी.सुरेश के आदेशों पर इस सील को खोल दिया गया था जिन आदेशों को आज मैट्रो प्लस की खबर के बाद बदल दिया गया।