केन्द्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल ने पल्ला में किया शुभारंभ
मैट्रो प्लस से जस्प्रीत कौर की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 27 अप्रैल: राष्ट्रव्यापी अभियान के अंतर्गत खसरा तथा रूबैला रोग के प्रति सुरक्षा प्रदान करने के उद्वेश्य से राजकीय प्राथमिक पाठशाला ए1 पल्ला में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल की मौजूदगी में टीकाकरण अभियान का शुभारंभ हुआ। अभियान के शुभारंभ अवसर पर स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा खसरा और रूबैला टीकाकरण के तहत टीके लगाए गए तथा मुख्यातिथि कृष्णपाल गुर्जर ने टीकाकरण कार्ड वितरित करते हुए अभिभावकों को जागरूक किया। समारोह में पहुंचने पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा मुख्य अतिथि का स्वागत किया गया।
इस मौके पर कृष्णपाल गुर्जर ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ ही उन्हें स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने टीकाकरण करवाने आए अभिभावकों को जागरूक करते हुए कहा कि खसरा और रूबैला टीकाकरण अभियान में 9 माह से 15 वर्ष तक की आयु वर्ग के बच्चों को यह टीका लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि बचपन सुरक्षित व महफूज रहे इसके लिए समयानुसार इस प्रकार के अभियान चलाते हुए सुरक्षित भविष्य की नींव को मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभियान में 219 प्राईवेट ओर सरकारी स्कूलों के 35 हजार 182 बच्चों का टीकाकरण किया गया है और करीब एक माह में ही स्कूल, आंगनवाड़ी केंद्र, स्वास्थ्य केंद्रों के माध्यम से बच्चों को कवर किया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि खसरा-रूबैला का टीका पूर्ण रूप से सुरक्षित हैं और इसके कोई भी दुष्प्रभाव नहीं हैं। उन्होंने सभी को इस सामूहिक अभियान में भागीदारी निभाते हुए निर्धारित आयु वर्ग के बच्चों का टीकाकरण करवाना सुनिश्चित करने को कहा ताकि देश का भविष्य सुरक्षित हो। उन्होंने कहा कि खसरे को खत्म करने तथा रूबैला पर नियंत्रण करने के लिए हमे जागरूक होना होगा और जिस प्रकार पल्स पेालियो अभियान चलाकर इस रोग पर पूर्णतया रोक लगाने का काम जनभागीदारी के साथ किया है ठीक उसी प्रकार खसरा-रूबैला टीकाकरण अभियान को भी सफल बनाते हुए हमें इन रोगों पर रोक लगानी होगी।
इस कार्यक्रम में नागरिक अस्पताल की चिकित्सा ने बताया कि खसरा एक जानलेवा रोग है जोकि वायरस द्वारा फैलता है। बच्चों में खसरे के कारण विकलांगता तथा असमय मृत्यु तक हो सकती है। वहीं रूबैला रोग एक संक्रामक रोग है और वायरस से ही यह रोग फैलता है। इसके लक्षण खसरा रोग जैसे ही होते हैं। यह लड़के या लड़की दोनों को संक्रमित कर सकता है। यदि कोई महिला गर्भावस्था के शुरूआती चरण में इससे संक्रमित हो जाए तो कंजेनिटल रूबैला सिंड्रोम हो सकता है जोकि उसके भ्रूण तथा नवजात शिशु के लिए घातक सिद्ध हो सकता है। उन्होंने बताया कि सामूहिक अभियान में बच्चों को यह टीका प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी द्वारा ही लगाया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्लम एरिया में स्वास्थ्य विभाग की मोबाइल टीम भी पहुंचेंगी ताकि अभियान को सफल बनाया जा सके।
इस अभियान में सिविल सर्जन डॉ० गुलशन अरोड़ा, जिला प्रतिरक्षन अधिकारी रमेश चन्दर, डब्लूएचओ डॉ० अफो?िया; अटलांटा जिला शिक्षा अधिकारी, ब्लाक शिक्षा अधिकारी, बाल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ० ज्योति, एमसीएफ काउंसलर, यूनिसेफ से अरविंद शर्मा, नोडल अधिकारी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।

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