Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 6 मार्च:
अभी तो नगर निगम चुनावों की घोषणा भी नहीं हुई है और टिकट के दावेदारों में खुलेआम टकरार होने लगी है। ताजा घटनाक्रम में केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की आखों के सामने ग्रीन फील्ड कालोनी के दो दबंगों के बीच हुई जबरदस्त भिडंत पूरे शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। इन दबंगों में से एक कैलाश बैंसला जहां पूर्व निगम पार्षद है तो दूसरा बिंदे भड़ाना आरडब्ल्यू ग्रीन फील्ड कालोनी का प्रेजिडेंट। दोनों ही आगामी चुनावों में वार्ड न.-22 से पार्षद पद के लिए भाजपा टिकट के दावेदार हैं और गुर्जर समुदाय से संबंध रखते हैं। मजेदार बात तो यह रही कि ये सारी भिडंत केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की मौजूदगी में हुई और दोनों ही दबंग नेताजी के समर्थक हैं।
नजारा था ग्रीन फील्ड कालोनी में सड़क निर्माण कार्य के शुभारंभ का जहां बने मंच पर माईक से बिंदे भड़ाना बोल रहे थे। बिंदे ने जब अपने भाषण में अप्रत्यक्ष रूप से पूर्व निगम पार्षद कैलाश बैंसला पर आरोप लगाने शुरू किए तो कैलाश बैंसला बिफर पड़े। आलम यह रहा कि कैलाश बैंसला ने मंच पर जाकर ङ्क्षबंदे भड़ाना से माईक छिन लिया। इस पर दोनों गुर्जर नेताओं में हाथापाई को छोड़कर वो सब कुछ हुआ जो नहीं होना चाहिए था।
मंच पर लोगों के सामने हुए सार्वजनिक रूप से हुए इस घटनाक्रम से लोगों में पार्टी को लेकर एक नेगेटिव मैसेज गया जो भविष्य में होने वाले नगर निगम, विधानसभा व लोकसभा चुनावों के मद्देनजर ठीक नहीं था।
बता दें कि केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर के भाषण से पहले ही आरडब्ल्यू ग्रीन फील्ड प्रेजिडेंट बिंदे भड़ाना ने माईक पर सार्वजनिक रूप से बिना किसी का नाम लिए आरोप लगाने शुरू कर दिए कि अब से पहले ग्रीन फील्ड कालोनी में विकास कार्यों में पैसे का खेल होता था। इस पर मंच पर ही मौजूद पूर्व पार्षद कैलाश बैसला जोकि निवर्तमान निगम पार्षद हेमा बैंसला के पिता भी हैं, बिभर गए और बिंदे से माइक छीन ले लिया। जब बिंदे भड़ाना ने इसका विरोध करते हुए कहा कि उन्हें सच बोलने से क्यों रोका जा रहा है।
मंच पर दोनों के बीच जमकर तकरार हुई। घटनाक्रम के दौरान मंच पर उस समय मौजूद भाजपा नेता विजय बैंसला, मामा नाम से मशहूर केंद्रीय राज्यमंत्री के मामा राजपाल नागर और आकाश गुप्ता आदि ने दोनों दबंगों का बीच-बचाव करते नजर आए। यहां तक कि आखिर में स्वयं केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर को लगातार बढ़ती तकरार को खत्म करने के लिए हस्तक्षेप करना पड़ा।
काबिलेगौर रहे कि वर्ष 2017 में हुए नगर निगम चुनावों में पूर्व पार्षद कैलाश बैंसला की बेटी हेमा बैंसला चुनाव लडकर जीती थी। जबकि हेमा के मुकाबले चुनाव में खड़े हुई रविंद्र भड़ाना उर्फ बिंदे भड़ाना के छोटे भाई सुंदर भड़ाना की पत्नी रीटा की हार हुई थी। और अब सन् 2023 में होने वाले निगम चुनावों में कैलाश बैसला और बिंदे भड़ाना दोनों ही वार्ड न.-22 से भाजपा टिकट के दावेदार हैं।
अब देखना यह है कि सार्वजनिक रूप से मंच पर केंद्रीय राज्यमंत्री कृष्णपाल गुर्जर की आखों के सामने हुई दो दबंगों की टकरार क्या राजनैतिक रंग लाती है?

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