नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 2 फरवरी:
उद्योगों को नये परिवेश के अनुरूप अपने उत्पादन की लागत में कटौती के साथ-साथ इन्वैन्टरी को कम करने और समय पर आपूर्ति के सिद्धांत को अपनाना होगा। क्योंकि वर्तमान परिवेश में यही औद्योगिक विकास के लिये महत्वपूर्ण तथ्य है। इस प्रक्रिया के तहत उद्योगों में सप्लाई चेन मैनेजमेंट पर फोकस जरूरी है। सप्लाई चेन मैनेजमेंट से जहां क्वालिटी, कास्ट और डिलीवरी में उद्योगहित में परिणाम आ सकते हैं वहीं यह वास्तव में सिस्टम में सुधार की ओर प्रभावी कदम है जिसे उद्योग जगत को निश्चित रूप से अपनाना चाहिए।
यह विचार व्यक्त करते हुए हरियाणा स्टेट प्रोडक्टिविटी काउंसिल के प्रधान जेपी मल्होत्रा ने कहा कि सप्लाई चेन मैनेजमेंट से जहां प्रोफिट को बढ़ाया जा सकता है वहीं इससे प्रक्रिया को बेहतर बनाने में मदद मिलती है। काउंसिल द्वारा आयोजित सप्लाई चेन मैनेजमैंट-ए क्यूसीडी टूल विषय पर आयोजित एक दिवसीय ट्रेनिंग प्रोग्राम में अपने विचार व्यक्त करते हुए मल्होत्रा ने जापान के 7 एम सिद्धांतों का जिक्र करते कहा कि इस 7 एम में मैन, मशीन, मैटीरियल, मैथड, मार्किटिंग, मेकिंन मनी शामिल हैं। आपने कहा कि 6 एम के तहत उक्त छह तथ्यों पर ध्यान दिया जाता है जबकि सातवां एम मैनेजमेंट का है।
मल्होत्रा ने बताया कि प्रोडक्टिविटी काउंसिल रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ उद्योग व श्रमिक जगत को नये परिवेश के अनुरूप जागरूक करने हेतु तत्पर है और इस संबंध में प्रैक्टिकल ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। आपने कहा कि ट्रेनिंग प्रोग्राम का उद्देश्य सप्लाई चेन मैनेजमेंट के प्रति जागरूकता का संचार करना है।
उद्योग के लिये गुणवत्तायुक्त उत्पाद, कास्ट और डिलीवरी प्रक्रिया में सुधार तथा प्रोफिट में बढ़ौतरी को आवश्यक करार देते हुए मल्होत्रा ने कहा कि आवश्यकता इस बात की है कि उद्योग चेन सिस्टम मैनेजमेंट पर ध्यान दे और उसे प्रक्रिया में लाया जाए।
सुप्रसिद्ध विशेषज्ञ के मुत्थु ने टे्रनिंग प्रोग्राम में सप्लाई चेन मैनेजमेंट की विस्तृत जानकारी प्रतिभागियों को दी। मुत्थु को 45 वर्षों का अनुभव है जिसे उन्होंने प्रतिभागियों के साथ सांझा किया।
यस बैंक के एग्जीक्यूटिव, वाईस प्रेजीडेंट धमेन्द्र कालरा ने बताया कि सप्लाई चेन मैनेजमेंट में किस प्रकार बैंक अपना सहयोग देता है।
प्रोडक्टिविटी काउंसिल के वरिष्ठ उपप्रधान एचआर भुटानी ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत करते हुए कहा कि ट्रेनिंग प्रोग्राम और सप्लाई चेन मैनेजमेंट में सुधार कभी समाप्त नहीं होते और यह एक निरंतर प्रक्रिया है। डीएलएफ इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के कोषाध्यक्ष के के नांगिया ने केके मुत्थु के बृहद अनुभव के संबंध में उपस्थितजनों अवग्त कराया।
ट्रेनिंग प्रोग्राम में आटो इग्रीशियन, रिचा इंडस्ट्री, इंडो आटोटैक लिमिटेड, इम्पीरियल आटो इंडस्ट्री, स्पेशल वाशर प्रा० लि०, प्रेस्कोमैक आटो कोम्प, हेला इंडिया आटोमोटिव, एचपीएल एडीटिवीज लिमिटेड, एसजी इंडस्ट्री, रैमसन इंडस्ट्री, प्रिंटर हाऊस, व्हर्लपूल ऑफ इंडिया, टेकमसेह इंडिया, सांई पैकेजिंग कंपनी, स्कार्पियो इलैक्ट्रोनिक्स सहित प्रतिष्ठित संस्थानों के 35 प्रतिभागियों को तकनीक आधारित सप्लाई चेन, सप्लायर टू कस्टमर और लागत में कमी संबंधी तथ्यों की जानकारी दी गई।
ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल प्रतिभागियों को सर्वश्री जेपी मल्होत्रा, पीके सलवान, संजीव अग्रवाल द्वारा प्रमाण पत्र प्रदान किये गये। जीसी नारंग निर्वतमान प्रधान, प्रोडक्टिविटी काउंसिल ने अपने संदेश में विश्वास व्यक्त किया कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम के परिणाम काफी साकारात्मक रहेंगे। ट्रेनिंग प्रोग्राम में शािमल प्रतिभागियों से उनके विचारों व अनुभवों की भी जानकारी ली गई जिसमें इन प्रतिभागियों ने अपने सुझाव दिये। अधिकतर प्रतिभागियों ने ट्रेनिंग प्रोग्राम की मुक्तकंठ से सराहना की और इसे सप्लाई चेन सिस्टम की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया।Photo 4

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