नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 22 दिसंबर:
भारतीय जनता पार्टी में अगला जिलाध्यक्ष कौन होगा। इसे लेकर पार्टी व संघ कार्यकर्ताओं में चर्चाओं का दौर गर्म हो गया है। जिलाध्यक्ष की दौड़ में अब सबसे आगे राजकुमार वोहरा और गोपाल शर्मा का नाम सामने उभर कर रहा है। विश्वसनीय सूत्रों की माने तो इन्हीं दोनों नाम में से जल्द ही किसी एक नाम पर मुहर लगनी तय है। अब देखना यह है कि भाजपा का अगला जिलाध्यक्ष कौन होगा-राजकुमार वोहरा या फिर गोपाल शर्मा।
सूत्रों बताते हैं कि दिसंबर अंत तक जिलाध्यक्ष के नाम पर चल रही चर्चाओं पर विराम लगाते हुए पार्टी अपने नए जिलाध्यक्ष की घोषणा कर देगी। इसे लेकर कल देर सायं सेक्टर-16 स्थित सर्किट हाउस में जिलाध्यक्ष के नाम पर रायशुमारी के लिए एक बैठक का आयोजन किया गया जिसमें रोहतक के विधायक व भाजपा प्रदेश महामंत्री मनीष ग्रोवर ने भाग लिया। मनीष ग्रोवर ने रायशुमारी की बैठक के दौरान कार्यकर्ताओं से जिलाध्यक्ष के नाम पर चर्चा की। बताया जा रहा है कि इस चर्चा में राजकुमार वोहरा और गोपाल शर्मा का नाम सबसे आगे रहा। राजकुमार वोहरा का नाम आगे रहने का मुख्य कारण उनका पिछले कई वर्षों से संघ के साथ निस्वार्थ रूप से जुडे रहकर काम करना है। साथ ही उनकी मधुर व्यवहार शैली भी संघ के कार्यकर्ताओं को उनके साथ जोड़े रखने में अह्म है। वहीं गोपाल शर्मा भाजपा में अपनी ईमानदार छवि व शराफत के लिए जाने जाते हैं तथा वह कई चुनावों के सफल प्रबंधन का काम भी देख चुके हैं। गोपाल शर्मा पूर्व में भी जिलाध्यक्ष रह चुके हैं तथा पिछले कई वर्षों से संघ व भाजपा के साथ जुडे रहे हैं।
जैसे जैसे संगठन चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे वैसे भाजपा जिलाध्यक्ष को लेकर नेताओं में जिज्ञासा बढ़ती जा रही है कि इस बार भाजपा की जिलाध्यक्ष के रूप में कमान कौन संभालेगा, पार्टी किसे मौका देगी। विश्वसनीय सूत्रों का यह भी कहना है कि भाजपा व संगठन के लोग ऐसे भाजपा नेता को जिलाध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं जो चुनाव लडऩे में रूचि न रखता है। इसलिए वह चुनाव लडऩे के इच्छुक नेताओं को जिलाध्यक्ष न बनाने का लगभग मन बना चुके हैं। अब संघ और भाजपा दोनों की ही खोज राजकुमार वोहरा और गोपाल शर्मा के नाम पर रूक रही है। अब यदि संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं की पसंद की बात करें तो वह राजकुमार वोहरा को अपने नए जिलाध्यक्ष के रूप में देखना चाहते हैं। कार्यकर्ताओं का कहना है कि राजकुमार वोहरा साफ छवि के कार्यकर्ता है। चुनाव की राजनीति से उनका कोई मतलब नहीं है। संघ नेताओं से लेकर शहरी भाजपा कार्यकर्ता राजकुमार वोहरा के समर्थन में दिखाई दे रहे हैं। कुल मिलाकर कहा जाए तो भाजपा में जिले के शीर्ष नेताओं से लेकर भाजपा व संघ कार्यकर्ताओं तकसभी राजकुमार वोहरा का समर्थन कर रहे हैं और जो कार्यकर्ता खुलकर उनके समर्थन में उनका नाम नहीं ले रहे पर वह उनका विरोध भी नहीं कर रहे हैं। अब देखना यह है कि भाजपा अपने नए जिलाध्यक्ष के रूप से किसकी ताजपोशी करेगी।

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