नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 6 फरवरी: कोई भी कला कलाकार के मन में उठते नित नये विचारों की उपज है जिसे वह अपने हुनर के द्वारा विभिन्न कलाओं के माध्यम से उनके प्रशंसकों तक पहुंचाता है। अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सूरजकुंड मेला इन दिनों अनेकों ऐसे शिल्पकारो का हुजूम लेकर पर्यटकों के बीच आकर्षण का केन्द्र बना हुआ है जहां नित-प्रतिदिन हजारों की संख्या में पर्यटक व मेला दर्शक मेला देखने पहुंच रहे हैं। इसी बीच स्टाल न०-793 पर अलवर राजस्थान से आये राम सोनी अपनी दशकों पुरानी विद्या पेपर कटिंग की शिल्पकला से मेला दर्शकों को रूबरू करा रहे हैं। राष्ट्रीय अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत हो चुके राम सोनी जोकि सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में कला मणि सम्मान से भी नवाजे जा चुके हैं अपनी अनूठी शिल्पकला के बारे में बताते हैं कि गोल्ड फॉल तथा पेपर पर कैंची से होने वाली कटिंग की कृतियां बनाने में एक घंटे से लेकर एक माह तक का समय लग जाता है। जिनकी 100 रूपये से लेकर 15 हजार रूपये तक शिल्प प्रेमियों के बीच कीमत रखी गयी है जिसे शिल्प प्रेमियों में विशेषकर इंटीरियर डिजाईन के व्यवसाय से जुड़े लोग खासा पंसद कर रहे हैं।
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अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सूरजकुंड मेला में आए शिल्पकारों का हुजूम बना पर्यटकों के बीच आकर्षण का केन्द्र
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