नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 6 जनवरी:
भारतीय क्रिकेट को लेकर पूर्व जस्टिस आर.एम. लोढा की सुप्रीम कोर्ट को दी गई सिफारिशों में जिस तरह से उन्होंने क्रिकेट संघों से राजनेताओं और व्यापारियों को इससे दूर रखने की सिफारिश की है, उससे हरियाणा क्रिकेट संघ मेें भी रणबीर सिंह महिंद्रा का एकछत्र राज जल्द समाप्त होगा, ऐसी उम्मीद क्रिकेट खिलाडिय़ों और खेलप्रेमियों में जग गई है। उक्त उद्गार पूर्व रणजी क्रिकेटर एवं राजा नाहर सिंह स्टेडियम बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक संजय भाटिया ने व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि पिछले 12 वर्षाे से वह कई क्रिकेट खिलाडिय़ों व खेलप्रेमियों के साथ मिलकर जो संघर्ष कर रहे थे, अब लगता है वह पूरा होने वाला है। पूर्व विधायक और हरियाणा क्रिकेट संघ के सर्वेसर्वा रणबीर सिंह महिंद्रा की नकारात्मक नीतियों के चलते आज हरियाणा क्रिकेट हाशिए पर आ गई है और पिछले कई वर्षाे से हरियाणा क्रिकेट टीम किसी भी राष्ट्रीय टूर्नामैंट में अपनी छाप छोडऩे में नाकामयाब रही है।
श्री भाटिया ने कहा कि हरियाणा के एकमात्र अंतर्राष्ट्रीय राजा नाहर सिंह स्टेडियम के साथ भी जो सौतेला व्यवहार हरियाणा क्रिकेट संघ पिछले कई वर्षाे से कर रही है, उसका खमियाजा भी जल्द से जल्द रणबीर महिंद्रा और उनके साथियों को भुगतान पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हम इस बारे में एक बार फिर से विस्तार से एक पत्र न केवल बीसीसीआई के अध्यक्ष शशांक मनोहर को लिखेंगे बल्कि उसके साथ-साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और खेल मंत्री अनिल विज को भी हरियाणा क्रिकेट संघ में चल रही राजनीति, जिससे क्रिकेटरों व राजा नाहर सिंह स्टेडियम का नुकसान हो रहा है, उसके बारे में अवगत करवाएंगे।
अंत में भाटिया ने कहा कि जस्टिस लोढा की सिफारिशों के बाद अब लगता है कि क्रिकेट खिलाडिय़ों को राज्य क्रिकेट संघों में उचित स्थान मिलेगा और क्रिकेट संघों से व्यापारियों व राजनेताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा और आने वाले समय में जब राज्यों व भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड की बागडोर पूर्व क्रिकेटरों के हाथ में रहेगी तो क्रिकेट खिलाडिय़ों व क्रिकेट उज्जवल होगा और क्रिकेट खेल में व्याप्त भ्रष्टाचार पर लगाम कसी जा सकेगी।

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