Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट
Faridabad News, 21 जुलाई:
जिला उपायुक्त यशपाल ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को धान की खेती की जगह फसल विविधिकरण के तहत अन्य फसलें उगाने के लिए प्रोत्साहित करने के लिए शुरू की गई मेरा पानी-मेरी विरासत योजना की पंजीकरण की अंतिम तिथि बढ़ाकर 31 जुलाई कर दी गई है। जिला के किसान निर्धारित अवधि तक इस योजना का पूरा लाभ उठाए तथा जल संरक्षण में अपना योगदान दे।
जिला उपायुक्त यशपाल यादव ने बताया कि मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के माध्यम से धान के स्थान पर कपास, मक्का, अरहर, ज्वार, मूंग व सब्जी अथवा खाली जमीन रखने पर भी 7000 रूपए प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि सरकार द्वारा किसानों को प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि फसल विविधीकरण योजना में बाजरा के स्थान पर दलहन जैसे मूंग, अरहर या तिलहन मूंगफली या अरंडी लगाने पर 4000 रूपए प्रति एकड़ की प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान सरकार द्वारा किसान हित में किया गया है। योजना का लाभ उठाने के लिए मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर किसानों द्वारा पंजीकरण करवाना आवश्यक है।
जिला उपायुक्त ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों को फसल विविधिकरण अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि पानी की ज्यादा खपत वाले फसल धान के स्थान पर किसान कम पानी की खपत वाली फसल उगाकर जल संरक्षण में योगदान दे। इसके लिए मेरा पानी-मेरी विरासत योजना क्रियान्वित गई है। सरकार द्वारा शुरू की गई योजना का उद्वेश्य निरंतर भू-जल स्तर में दर्ज की जा रही गिरावट को कम करना है। लगातार बढ़ते धान के क्षेत्र से प्रत्येक वर्ष भू-जल स्तर में गिरावट दर्ज की जा रही है। किसानों को इस योजना के तहत धान की फसल को छोड़कर अन्य वैकल्पिक फसलें उगाने क लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है।

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