मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट।
फरीदाबाद, 9 अगस्त
: जाति विशेष की राजनीति के चलते जब पार्टी का झंडा उठाकर पार्टी को बुलंदियों तक पहुंचाने वालों को ही दरकिनार कर उनको खुड्डे लाईन लगा दिया जाएगा तो फिर पार्टी कैसे मजबूत होगी और कैसे केजरीवाल के सपने पूरे होंगे?
बता दें कि जैसे-जैसे आप पार्टी का कुनबा बढ़ रहा है, वैसे-वैसे पार्टी में गुटबाजी और कलह भी बढ़ते जा रहे हैं जोकि पार्टी में थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। पहले आप पार्टी के जिला अध्यक्ष धर्मवीर भड़ाना और प्रवासी नेता संतोष यादव में खुलकर एक-दूसरे के खिलाफ गाली-गलौच हुई और जहर उगला गया जिसकी विडियो और खबरें जमकर वायरल हुई। उस समय धर्मवीर भड़ाना ने संतोष यादव को पार्टी से निकाल दिया था जिसकी घोषणा भड़ाना ने बाकायदा एक प्रेस कांफ्रेस में की थी। दोनों नेताओं ने खुलेआम प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से एक-दूसरे के खिलाफ जहर भी उगला। वो बात अलग है कि संतोष यादव पार्टी में अपने प्रभाव और धर्मवीर भड़ाना को उनकी हैसियत दिखाते हुए प्रवासी प्रकोष्ठ के दक्षिण जोन के संयोजक/प्रधान बनकर मजबूती से वापिस आए।
और अब एक ताजा-तरीन मामले में आप पार्टी के प्रदेश सह-प्रभारी महेन्द्र चौधरी और बल्लभगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल में जमकर तनातनी हो गई है। आरोप है कि महेन्द्र चौधरी ने दो दिन पहले सार्वजनिक मंच पर बैठकर लोकेश अग्रवाल के खिलाफ बोलते हुए उन्हें अपशब्द बोले जिसका गवाह विनोद भाटी को बनाते हुए लोकेश अग्रवाल ने महेन्द्र चौधरी को फोन पर जमकर खरी-खोटी सुनाई। इसकी ऑडियो रिकार्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। इसका परिणाम लोकेश अग्रवाल को अपना पद खोकर भुगतना पड़ा। आप पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता के कार्यालय से निकली एक प्रैस विज्ञप्ति के माध्यम से पार्टी के संगठन मंत्री प्रवीण प्रभाकर गौड़ ने बल्लभगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष लोकेश अग्रवाल को पदमुक्त कर दिया है। हालांकि इस प्रेस विज्ञप्ति में यह नहीं बताया गया है कि लोकेश अग्रवाल को किन कारणों के चलते पदमुक्त किया गया है।
वहीं इस मामले को गंभीरता से लेते हुए लोकेश अग्रवाल ने आप पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता से मिलकर उन्हें सारी वास्तुस्थिति से अवगत कराने की बात कही है। अब देखना यह है कि इस मामले में अब आगे क्या निकलकर आता है।
इस मामले में जब महेन्द्र चौधरी से उनका पक्ष जानने के लिए कोशिश की गई तो उन्होंने फोन नहीं उठाया। वहीं पार्टी के संगठन मंत्री प्रवीण प्रभाकर गौड़ का इस बारे में कहना था कि लोकेश अग्रवाल को पदमुक्त करना पार्टी का अंदरूनी मामला है, हो सकता है उनकी जगह कोई और अच्छा आदमी आ रहा हो। हो सकता है लोकेश को कोई और जिम्मेदारी दे दी जाए। लेकिन गौड़ द्वारा हमारे पूछे गए सवालों के जवाब हमें संतोषजनक नजर नहीं आए।
वैसे बताया जा रहा है कि इससे सबके पीछे जाति विशेष की राजनीति काम कर रही है, जिसके चलते प्रदेश में आप पार्टी के प्रदेश प्रभारी एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता के प्रभाव को कम करने की कोशिश की जा रही है। -क्रमश:
(अगली कड़ी में हम आपको बताएंगे कि कैसे आप पार्टी में जाति विशेष की राजनीति हावी हो रही है खासकर नगर निगम चुनावों को लेकर।)

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