Metro Plus से Naveen Gupta की रिपोर्ट।
Faridabad News, 28 अक्टूबर:
जिला उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार की अनेक योजनाएं बैंकों के माध्यम से क्रियान्वित की जाती हैं। इन ऋण योजनाओं का लाभ जरूरतमंद व्यक्तियों को मिलना चाहिए तभी योजना सार्थक होती है। उन्होंने कहा कि बैंक अधिकारी हरसंभव नागरिकों की मदद करें ताकि जरूरतमंदों को ऋण सहायता समय पर मुहैया करवाई जाए, जिससे वे स्वयं रोजगार के लिए अपने जीवन बसर के लिए कोई व्यवसाय कर सकें उन्होंने कहा कि बैंक एक तरह मां की तरह होता है जहां से हम ऋण लेते हैं, उसको वापस देना भी होता है।
जिला उपायुक्त जितेन्द्र यादव ने लाभार्थियों से कहा कि वे ऋण सहायता लेने के बाद उसको निर्धारित समय पर अदा भी करें। बैंक अधिकारी भी सरकारी ऋणों की योजनाओं के बारे में लोगों को जागरूक कर उन्हें बारीकी से जानकारी दें ताकि जरूरतमंद व्यक्ति ऋण योजनाओं का लाभ उठा सकें। उन्होंने कहा कि लोगों को प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा योजना, अटल पेंशन योजना, मुद्रा, स्वनिधि के बारे में जागरूक करें। इसके लिए जिला में विशेष कैंप लगाए जाएं। उन्होंने कहा कि जरूरतमंद लोगों को रोजगार के लिए प्रशिक्षण देकर उनको ऋण मुहैया करवाएं ताकि वे अपना स्वयं रोजगार कर सके।
पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की क्षेत्रीय अधिकारी वन्दना दहिया ने बताया कि पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग बैकवर्ड केटेगरी के लोगों को स्वरोजगार के लिए 50,000 से 1,50,000 रूपये की धनराशि पांच से छ: प्रतिशत वार्षिक दर पर बैकों के जरिये ऋण मुहैया करवाया जाता है। यह ऋण बैकवर्ड क्लास के दिव्यांगजनों के लिए पांच प्रतिशत वार्षिक दर पर और बैकवर्ड क्लास व अल्पसंख्यक लोगों के लिए छ: प्रतिशत वार्षिक दर पर लोन बैकों के माध्यम से दिलवाया जाता है। इसके लिए लोगों की किरयाना स्टोर, जूस, कपड़े, मिठाई, जूता चप्पल, फोटो स्टेट, हौजरी के सामान की दुकान सहित सीएससी सेन्टर का स्वयं रोजगार करवाया जाता है।
श्रीमती वन्दना दहिया ने बताया कि जिला में पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग द्वारा तीनों केटेगरी के लगभग 688 लोगों के स्वयं रोजगार करवाया गया है। उन्होंने बताया कि यह लोन विभाग द्वारा बैकों से रिकवरी की गारंटी पर दिलवाया जाता है।

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