मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
नई दिल्ली, 14 जून:
दिल्ली पुलिस के असिस्टेंट पुलिस कमिश्रर (एसीपी) आलोक कुमार ने जब से आबकारी विभाग में एसीपी का पद संभाला हैं, तब से दक्षिण दिल्ली के फार्म हाउसों व होटलों आदि में अवैध व गैर-कानूनी कार्य करा रहे इनके संचालकों पर इन्होंने शिकंजा कस रखा है। दक्षिण दिल्ली के फार्म हाउसों में रेव पार्टियां चलने व रेस्तरां में अवैध रूप से बार चलने का मामला लगातार सामने आ रहा है। इसी कड़ी में आबकारी विभाग में एसीपी आलोक कुमार ने बुधवार देर रात साउथ एक्स पार्ट एक स्थित कोड बार एंड लॉज में आबकारी विभाग व कोटला मुबारकपुर थाना पुलिस के साथ छापेमारी कर वहां से भारी मात्रा में देशी व विदेशी ब्रांड की शराब बरामद की है। बार में सुबह तक लोगों को शराब परोसी जाती थी। छापामार टीम को इस दौरान बार में बड़ी संख्या में 18 साल से कम उम्र की नाबालिग लड़कियां व लड़के शराब पीते मिले। बताया गया है कि बार मालिकों ने बार में बाउंसरों को भी रखा हुआ था ताकि देर रात बार में ग्राहकों के अलावा पुलिस व आबकारी विभाग के कर्मी प्रवेश न कर सकें।
एसीपी आलोक कुमार के मुताबिक अवैध रूप से बार का संचालन करने व छापेमारी करने गई टीम के साथ हाथापाई, बदतमीजी करने व सरकारी कार्रवाई में बाधा पहुंचाने पर बार मालिकों, इवेंट मैनेजर, मैनेजर, कैशियर व बाउंसरों के खिलाफ कोटला मुबारकपुर थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं पुलिस ने मैनेजर आशीष शर्मा को गिरफ्तार कर लिया है जबकि पुलिस बार मालिक सुरेंद्र चौधरी, उसका बेटा साहिल चौधरी, मैनेजर चंचल व बाउंसरों की पुलिस तलाश रही है। बाप-बेटे सुरेंद्र चौधरी व साहिल चौधरी यमुनापार रहते हैं। इनका साउथ एक्स पार्ट-1 में मेट्रो स्टेशन के पास खन्ना ज्वैलर वाली इमारत की तीसरी व चौथी मंजिल पर कोड बार एंड लॉज नाम से बार है। पिछले चार सालों से ये लोग वहां बार चला रहे हैं। पुलिस को दिए बयान में सुरेंद्र चौधरी ने दावा किया है कि वह दिल्ली कबड्डी एसोसिएशन का अध्यक्ष है। पुलिस इसकी जांच कर रही है।
एसीपी आलोक कुमार का कहना है कि सुरेंद्र चौधरी के पास बार चलाने के लिए जो लाइसेंस उसके मुताबिक वो रात 12 बजे तक ही बार संचालित कर सकता था। जबकि यहां रोज सुबह पांच बजे तक पार्टी चलती थी। बार मैनेजर हरियाणा से सस्ती शराब मंगाकर व स्थानीय वेंडरों से लेकर ग्राहकों को पिलाते थे। बार में फ्लेवर हुक्का पीते भी कई लोग मिले, जोकि प्रतिबंधित है। लाइसेंस न होने के बावजूद बार संचालक डिस्को चलाते थे। रशियन युवतियां नृत्य करती थी। रात डेढ़ बजे जब पुलिस छापा मारने गई, तो 200 युवक-युवतियां शराब पी रहे थे। लिफ्ट से पुलिसकर्मी व आबकारी विभाग के कर्मचारी जब बार में जाने लगे तो बाउंसरों ने लिफ्ट रोक दी। आधे घंटे तक सभी लिफ्ट में ही फंसे रहे।

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