नवीन गुप्ता
फरीदाबाद, 4 फरवरी: 30वां सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला हाथ की कारीगरी तथा संस्कृति का मिला जुला संगम है। मेला की चौपाल पर दिनभर मेला की थीम स्टेट तेलंगाना, प्रमुख सहयोगी देश चीन व जापान तथा मेजबान हरियाणा के कलाकारों की ओर से समृद्ध संस्कृति से सराबोर रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये जा रहे हैं। आज चौपाल पर मेला प्राधिकरण के मुख्य प्रशासक एवं पर्यटन निगम के प्रबंध निदेशक विकास यादव की प्रमुख मौजूदगी में अनेक अधिकारियों तथा भारी संख्या में उपस्थित लोगों ने इन कार्यक्रमों का आनंद लिया।
फरीदाबाद जिला भी इन प्रस्तुतियों में पीछे नहीं है जिसके फलस्वरूप स्थानीय एनएच-3, एनआईटी स्थित डीएवी शताब्दी कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने भी प्रदेश की संस्कृति को बखूबी पेश करते हुए अपने रंगा-रंग कार्यक्रम प्रस्तुत किये। इसी कड़ी में उक्त सहयोगी देशों के कलाकारों ने अपनी सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े पारंपरिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन करके यह जता दिया कि गीत-संगीत की कोई भाषा नहीं होती और यह सभी देशों के दर्शकों व श्रेताअेां के लिए एक समान रूप से महत्वपूर्ण व लोकप्रिय होते हैं। इसी प्रकार थीम स्टेट तेलंगाना के कलाकारों ने वहां की आदिवासी व भोली-भाली परंपरा से युक्त सांस्कृतिक कार्यक्रमों का प्रदर्शन करके पेश किया कि राज्य नया जरूर है लेकिन उनकी सांस्कृतिक विरासत पिछले काफी वर्षों से चली आ रही है।
इन सभी कार्यक्रमों का पर्यटन सहित अनेक संंबंधित विभागोंं के अधिकारियों व कर्मचारियों के अलावा देश के कोने-कोने से आए अनेक स्टालधारकों तथा पर्यटकों ने भरपूर आनंद लिया।

हाथ की कारीगरी तथा संस्कृति का मिला जुला संगम है सूरजकुंड हस्तशिल्प मेला
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