महेश गुप्ता
फरीदाबाद, 27 अक्तूबर: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि प्रदेश के पूर्व उप-मुख्यमंत्री डॉ० मंगलसेन एक राष्ट्रवादी प्रखर विचारधारा के व्यक्ति थे तथा अपने जीवन में उन्होंने अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया। युवा पीढ़ी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर इसे एक आदर्श के रूप में अपनाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वह हिन्दुत्व, राष्ट्रयवाद व भारतीय संस्कृति के सजग प्रहरी थे। आरम्भ से ही उनके व्यक्तित्व में आत्मविश्वास, निर्भीकता और सत्यनिष्ठता इस प्रकार कूट-कूट कर भरी हुई थी कि किसी भी परिस्थिति में वे अपने सिंद्घान्तों से विचलित नहीं होते थे। वे परमनिष्ठतावान समाज सेवक थे, जो नि:स्वार्थ भावना से जीवन पर्यन्त कार्य करते रहे। हिन्दी आन्दोलन हो या कश्मीर समस्याएं हरियाणा के हितों की रक्षा, पाकिस्तान या चीन के आक्रमण के समय में अथवा प्रत्येक सामाजिक व राष्ट्रीय संकट के क्षणों में उनकी अत्यन्त सक्रिय भूमिका रही थी।
मुख्यमंत्री आज डॉ० मंगलसेन की 89वीं जयन्ती पर हरियाणा सिविल सचिवालय के कमेटी रूप में आयोजित एक कार्यक्रम में उनके चित्र पर पुष्प अर्पित करने उपरान्त पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एक प्रश्न के उत्तर में मुख्यमंत्री ने कहा कि डॉ० मंगलसेन ने राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक के रूप में अपना जीवन आरम्भ किया था तथा रोहतक से जनसंघ को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा में भाजपा के गठन में अहम भूमिका निभाई और मजबूत होकर भाजपा को आगे बढ़ाया और आज भाजपा न केवल देश में बल्कि हरियाणा में भी एक सबसे बड़ी लोकतांत्रिक पार्टी के रूप में उभरी है। उन्हें स्वयं भी उनके साथ कार्य करने का अवसर मिला और उनसे बहुत कुछ सीखने को मिला। उनके जीवन की एक-एक बात को ध्यान में रखते हुए हम आगे बढ़ेंगे।
डा० मगलसेन एक परिश्रमी और कर्मठ राजनेता थे। मुख्यमंत्री ने वाल्मिकी जयंती के अवसर पर भी प्रदेश के लोगों को शुभकामनाएं एवं बधाई दी और प्रदेश के लोगों को उनके दिखाए रास्ते पर आगे बढने का आह्वान भी किया। उन्होंने कहा कि महर्षि वाल्मिकी किसी एक वर्ग विशेष या धर्म सम्प्रदाय के नहीं थे, बल्कि वे समूचि मानवता के प्रतीक थे।
राज्य सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल के बारे पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर ने मुख्यमंत्री ने कहा कि एक वर्ष के दौरान सरकार लोगों को सुशासन उपलब्ध करवाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और भ्रष्टाचार रहित शासन की एक मजबूत नींव रखी है, जो आने वाले चार वर्षों में एक मजबूत इमारत बनेगी। उन्होंने कहा कि सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल में असंख्य जन-कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं,जिसके सार्थक परिणाम सामने आने लगे हैं और वह इससे पूरी तरह सन्तुष्ट हैं।
हरियाणा गठन के 50 वर्ष होने वाले हैं और इस अवसर पर सरकार की नई योजनाओंंं के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सौभाग्य है कि आगामी एक नवम्बर से हरियाणा अपने गठन के 50वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है तथा वर्ष 2016 में स्वर्ण जयंती मनाएगा। सभी विभागों को नई योजनाएं तैयार करने को कहा गया हैए जिसे आगामी वर्षों में शक्ति से लागू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाण एक समृद्घ राज्य बने और देश के अन्य राज्यों की तुलना में सबसे आगे रहए हमारा यही प्रयास रहेगा।
श्रद्घांजलि देने वालों में मुख्य सचिव डी एस ढेसी, मुख्यमंत्री के विशेष प्रधान सचिव आर के खुल्लर, अतिरिक्त प्रधान सचिव डॉ० राकेश गुप्ता, मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार जगदीश चौपड़ा, ओएसडी, विजय शर्मा, सूचना, जनसम्पर्क एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के महानिदेशक डा० अभिलक्ष्य लिखी के अलावा अन्य अधिकारिगण उपस्थित थे।

डॉ० मंगलसेन एक राष्ट्रवादी प्रखर विचारधारा के व्यक्ति थे
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