एनडी तिवारी की राह पर चल पड़े एसएन रॉय की बढ़ सकती हैं मुश्किलें 

नवीन गुप्ता 

चंडीगढ़/पंचकुला: अपनी काम-वासना या कहिए हवस की पूर्ति के लिए हरियाणा के कई रंगीन-मिजाज ब्यूरोक्रेट्स किस प्रकार से महिलाओं का शारीरिक शोषण करते है, यह किसी से छिपा नहीं है, खासकर अपने अधीनस्थ महिला अधिकारियों व कर्मचारियों से। आए दिन इस प्रकार के किस्से सुनने में आते रहते हैं।

इस तरह के विवादों से नाता रखने वाले हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एसएन रॉय एक बार इस तरह के मामले में फिर से सुर्खियों में हैं। संभावित तौर पर वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं पूर्व राज्यपाल एनडी तिवारी की राह पर चल रहे एसएन रॉय पर पंचकुला की एक महिला ने शादी का झांसा देकर उसका देह-शोषण करने तथा उससे एक बच्चा भी होने का आरोप लगाया है। वरिष्ठ आईएएस अधिकारी एसएन रॉय फिलहाल हरियाणा के अर्बन लोकल बॉडी विभाग में प्रिंसीपल सैक्रेटरी जैसे महत्वपूर्ण विभाग में तैनात हैं।
बकौल शिकायतकर्ता एसएन रॉय उसके बच्चे के नाजायज बाप है। महिला ने मामले की लिखित शिकायत संबंधित पुलिस थाने में की है। मामला एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी से जुड़ा होने के कारण लोकल पुलिस ने शिकायत पर एफआईआर या स्वयं कोई कार्रवाई करने के उससे पल्ला झाड़ते हुए इस शिकायत को सरकार के पास भेज दिया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा के मुख्य सचिव डीएस ढेसी ने मामले की जांच प्रदेश के डीजीपी क्राइम केपी सिंह को दी है।
इस मामले को लेकर जब डीजीपी क्राइम केपी सिंह से बात की गई तो उनका कहना था कि उन्होंने अभी शिकायत के कागज देखे नहीं हैं।
और अब अगर हम बात करें महिला की शिकायत पर कार्रवाई होने की तो डीजीपी क्राइम से हुई बातों को देखते हुए फिलहाल लग नहीं रहा था कि आरोपित आईएएस अधिकारी के खिलाफ कोई कार्यवाही हो जैसे कि पहले भी इस तरह के मामलों में होता आया है।
इस हाई-प्रोफाईल मामले में शिकायतकर्ता महिला को इंसाफ मिलेगा या नहीं, यह डीजीपी क्राइम केपी सिंह की जांच रिपोर्ट पर निर्भर करता है।
बात चाहे लव-मैरिज करने की हो या फिर अय्याशी करने की, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) तथा भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में हरियाणा कैडर के अधिकारी किसी भी मामले में पीछे नहीं हैं। हरियाणा के कई अधिकारी अपनी अय्याशी तथा रंगीन-मिजाजी के लिए अक्सर चर्चा में रहते है।
कभी अपने साथी आईएएस-आईपीएस अफसरों की पत्नियों के साथ इश्क लड़ाने व रंग-रलियां मनाने में तो कभी सत्तारूढ़ व विपक्षी पार्टी की महिला नेत्रियों के साथ साथ अंर्तरंगसंबंध बनाने में भी ये अधिकारीगण किसी से पीछे नहीं है। वहीं दूसरी तरफकई अधिकारी तो ऐसे भी है जोकि मलाईदार पदों पर रहने के लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों तथा राजनेताओं के पास कमरों में अपनी पत्नियों तक को पेश करने में भी नहीं चूकते है।
जी हां, यह बात कड़वी तो जरूर है लेकिन है सच। मामला चाहे हरियाणा प्रदेश में कई जिलों के उपायुक्त तथा दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (डीएचबीवीएन) हिसार में एक आला अधिकारी रहने के बाद हरियाणा से चंडीगढ़ यूटी में डेपूटेशन पर गए चंडीगढ़ यूटी के एक आला प्रशासनिक अधिकारी तथा हाऊसिंग बोर्ड चंडीगढ़ यूटी की ही एक महिला एचसीएस अधिकारी के साथ रंग-रलियां मनाती हुई सोशल मीडिया में आई फोटो को हो, शिवानी भटनागर हत्याकांड के चलते जेल में रह चुके वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी रहे आरके शर्मा का हो या फिर नाबालिग लड़की से छेड़-छाड़ के मामले में सलाखों के पीछे रहे सेवानिवृत पुलिस महानिदेशक एसपीएस राठौर का। इन सभी ने हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी को बदनाम करके रख दिया है। यहीं कारण है कि राष्ट्रपति पदक तक से सम्मानित हो चुके ऐसे दागी अफसरों से उनके पदक भी छीन लिए गए है। गौरतलब रहे कि
करीब तीन-चार साल पहले भी ऐसा ही एक मामला सामने आया था जिसमें कि चंड़ीगढ़ में उस समय मलाईदार पद पर तैनात एक वरिष्ठ आईएएस अधिकारी की पत्नी ने पार्क में अपने अफसर पति की इसलिए बुरी तरह पिटाई कर दी क्योंकि वह वहां एक दूसरे आईएएस अधिकारी की पत्नी के साथ वहां सुनसान जगह पर कथित तौर पर मौज-मस्ती कर रहा था। ये दोनों ही अधिकारी फरीदाबाद तथा गुडग़ांवा में भी महत्वपूर्ण पदों पर रह चुके है।
बताते है कि उक्त अधिकारी की पत्नी ने उसकी इतनी पिटाई की कि उसे ईलाज के लिए चंड़ीगढ़ के एक अस्पताल में भर्ती तक होना पड़ गया था। यह घटना हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी में चर्चा का विषय बनी गई थी। उस समय इस मामले को लेकर इन दोनों वरिष्ठ आईएएस अधिकारियों मेंं अच्छी-खासी कहासुनी भी हुई थी।
बताते है कि पत्नी के हाथों पिटने वाला आईएएस अधिकारी शर्म के कारण कई दिन तक तो अपने कार्यालय में ही नहीं गया था। यहीं नहीं जिस आईएएस अधिकारी की पत्नी के साथ उक्त आईएएस अधिकारी कथित तौर पर पार्क में मौज-मस्ती कर रहा था वह आईएएस अधिकारी भी अपनी रंगीन-मिजाजी के लिए मशहूर था। अपनी इसी रंगीन-मिजाजी के कारण उसके सालों ने फरीदाबाद में उनकी पोस्टिंग के दौरान ही उनके घर में घुसकर चप्पलों तक से इसलिए अच्छी तरह धुनाई कर दी थी क्योंकि इस अधिकारी की पत्नी ने अपने भाईयों को अपने पति और तत्कालीन एक महिला निगम पार्षद के संबंधों को उजागर कर दिया था।
रही बात उक्त निगम पार्षद की तो भजनलाल सरकार के दौरान नगर निगम फरीदाबाद में तैनात रहे एक रंगीन-मिजाज अधिकारी भी इस महिला निगम पार्षद से अपने अंतरंग संबंधों को लेकर सुख्र्रियों में रहे है। उक्त अधिकारी की उस समय अजरौंदा चौक पर कुछ पुलिसकर्मियों ने जमकर धुनाई कर दी थी जब वे कथित तौर पर उक्त महिला पार्षद के साथ रंग-रलियां मनाने के बाद उसे छोडऩे के बाद ईश्क और शराब के नशे में चूर होकर रास्ता भटकते हुए अजरौंदा चौक पहुंचे थे और वहां पुलिसवालों से उलझ गए थे। भटके हुए इस अधिकारी को रास्ता दिखाने के लिए चौक पर ही उसकी धुनाई करने के बाद पुलिस वाले उन्हें थाने भी ले गए थे। उस समय जिला पुलिस के एक आला अधिकारी के हस्तक्षेप के बाद उक्त आईएएस अधिकारी को छोड़ा गया था। इस अधिकारी की धुनाई करने का खामियाजा इन पुलिस वालों को सस्पेंड होकर भुगतना पड़ा था। चूंकि घटना के समय उक्त अधिकारी एक प्राईवेट गाड़ी में सवार थे इसलिए यह घटना घटी।
इसके अलावा इससे पहले भी हरियाणा कैडर के सैक्सी से दिखने वाले एक स्मार्ट नौजवान आईएएस अधिकारी को अपने अधीन एक महिला अधिकारी के साथ पंचकुला के कमरे में पकड़ा गया था। यह महिला अधिकारी डेपुटेशन पर उनके विभाग में आई हुई थी जिनका पति हरियाणा में ही दबंग माने जाने वाला एक आईएएस अफसर है। सैक्सी से दिखने वाले इस स्मार्ट नौजवान आईएएस अधिकारी पर इससे पहले भी उस समय एक महिला द्वारा छेड़छाड़ करने जैसे गंभीर आरोप लिखित तौर पर लगाए गए थे जिस समय वे फरीदाबाद में तैनात थे। यह महिला सैक्टर-15ए स्थित जिमखाना क्लब की सदस्य भी थी।
जानकारों का कहना है कि फरीदाबाद के एक वरिष्ठ पत्रकार ने तो इस आईएएस अधिकारी की एक महिला के साथ गुडग़ांवा के एक मॉल में मौज-मस्ती करते हुए अपने मोबाईल फोन के जरिए विडियो रिकार्डिंग भी कर रखी है।
यदि हम बात करें सन् 1970 से 1980 के दशक की तो उस समय भी देवीलाल सरकार के समय इस तरह के मामले होते रहे थे। उस समय हरियाणा के एक जिला उपायुक्त की पत्नी से तत्कालीन पुलिस अधीक्षक के संबंध चर्चा में रहे थे। जानकारों का कहना है कि हरियाणा के एक औद्योगिक जिले में एक बार मुख्यमंत्री का रात्रि विश्राम का कार्यक्रम था। उस समय ये दोनों अधिकारी मुख्यमंत्री के साथ ही थे। बताते है कि वहां से एसपी महोदय मुख्यमंत्री से बीमारी का बहाना बना सुबह आने की परमिशन लेकर निकल लिए और बजाए अपने घर जाने के अपनी प्रेमिका अर्थात उपायुक्त के सरकारी निवास पर रंग-रलियां मनाने पहुंच गए। मामले में रोचक पहलू तो तब आया जब अचानक उपायुक्त महोदय भी मुख्यमंत्री से सुबह आने की परमिशन लेकर अपनी सरकारी कोठी पर आ गए जहां कि पहले से ही एसपी महोदय मौजूद थे जिस बात से उपायुक्त महोदय उस समय तक अनभिज्ञ थे। उपायुक्त महोदय को कोठी पर आता हुआ देख वहां गार्द में तैनात सुरक्षाकर्मी हक्के-बक्के रह गए और वे चाहते हुए भी उपायुक्त महोदय को कोठी में जाने से न रोक सकें। अंदर का दृश्य तो देखने लायक बताया जाता है जिसका वर्णन शोभनीय नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ हरियाणा कैडर का एक आईएएस अधिकारी तो ऐसा भी बताया जाता है जोकि मलाईदार पदों पर रहने के लिए अपनी धर्मपत्नी तक को भी राजनेताओं के आगे पेश करने से नहीं चुकता। लव-मेरिज करने वाला यह आईएएस अधिकारी डेपुटेशन पर दिल्ली भी गया था जहां कि एक महत्वपूर्ण विभाग में रहते हुए भ्रष्टाचार के आरोप में फंसकर उसे तिहाड़ जेल की हवा भी खानी पड़ गई थी। फिलहाल यह अधिकारी हरियाणा में ही तैनात है। इस तरह के अधिकारियों में से ज्यादातर वे अधिकारी है जिनकी फरीदाबाद जिले के अंदर विभिन्न विभागों में तैनाती रही है।
ये तो वे चंद मामले है जोकि पिछले कुछ सालों से अंदरूनी तौर पर सुर्खियों में रहे है जिनका कि हरियाणा की ब्यूरोक्रेसी चटकारे लेकर आनंद लेती रहती है।
ऐसे अभी ओर भी कई मामले धीरे-धीरे सामने आएंगे जिनसे हम आपको समय-समय पर अवगत कराते रहेंगें।

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