नवीन गुप्ता
भिवानी, 3 जनवरी: बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने वाले निजी स्कू लों से परीक्षा परिणाम में चयन होने के बाद भी दाखिला ना देने वाले निजी स्कूलों पर हर्जा खर्चा दिलवाने की न्यायपालिका में अपील दायर की जाएगी और उससे प्राप्त होने वाली राशि को पीडि़त बच्चों को राहत के तौर पर दी जाएगी, यह कहना है स्वास्थ्य शिक्षा सहयोग संगठन के प्रधान बृजपाल परमार का।
उन्होंने कहा कि जिला भर से निजी स्कूलों में गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले व आर्थिक रूप से कमजोर 2500 के लगभग बच्चों में से 2000 के करीब आज भी ऐसे बच्चे है जिन्हें स्कूलों ने दाखिला नहीं दिया जिनकी मनमानी व हठधर्मिता के चलते बच्चों क ा एक साल खराब हो गया जिसके चलते उन्हें व उनके परिजनों को मानसिक पीड़ा का सामना करना पडा है। जिसे मद्वेनजर रखते हुए संगठन के पदाधिकारियो की बैठक में फैसला लिया गया की निजी स्कूलों पर आर्थिक व मानसिक नुकसान पहुचाने का केस दायर किया जाए। इस पर आम सहमति बनने के बाद अब जल्द ही यह कारवाई अमल में लाई जाएगी।
बैठक में केसी वर्मा, गजांनद, राजेश रंगा, मीना कुमारी, कैप्टन हरिकिशन, ललित चौहान, मनोज कुमार, भुपेंद्र कौशिक, अनिता देवी, संतोष श्योराण, कृष्ण, बॉबी आदि शामिल थे ।

Previous Postगणतंत्र दिवस समारोह की तैयारियों को लेकर एसडीएम डॉ. प्रियंका सोनी ने ली बैठक
Next Postभ्रष्टाचारमुक्त शासन देना व महिलाओं की सुरक्षा ही भाजपा की प्राथमिकताओं में शामिल: अनीता भारद्वाज
Related articles
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग की सदस्य प्रीति भारद्वाज ने किया फरीदाबाद ऑब्जरवेशन होम का औचक निरीक्षण
Mar 28, 2023