नवीन गुप्ता
बल्लभगढ़, 12 फरवरी: फौगाट पब्लिक स्कूल, राजीव कालोनी के प्रांगण में आशाराम बापू के शिष्य अशोक ने स्कूल के लगभग 1100 विद्यार्थियों को आगामी 14 फरवरी को वेलेंटाइन-डे के रूप में ना मनाने की अपील की। उन्होंने इस दिन को माता-पिता और गुरूओं के लिए समर्पित करते हुुए मातृ-पितृ पूजन के रूप में मनाने की गुंजारिश की। माता-पिता एवं गुरूओं का जीवन में अमूल्य और अविस्मरणीय योगदान है। इसको नजरअंदाज करके मासूमियत व मौशिकी में गुम रहकर पाश्चात्य संस्कृति का पोषक बनना देश-हित में नहीं है। इस अवसर पर छात्र-छात्राओं द्वारा गुरूओं का विधिवत् पूजन व सम्मान कराया गया। छात्र-छात्राओं ने गुरूओं को तिलक लगाकर, उनकी आरती उतारकर उनके ऊपर पुष्प अर्पित करके पूजन किया। गुरूओं ने भी अपने शिष्यों को सीने से लगाकर आर्शीवाद प्रदान किया। माता-पिता की महिमा का गुणगान गीत के माध्यम से किया गया।
फौगाट पब्लिक स्कूल के निदेशक सतीश फौगाट ने इस कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार अशोक भाई की प्रशंसा करते हुए उनका शुक्रिया अदा किया। उन्होंने कहा कि केेेवल किताबी अक्षर ज्ञान देना ही फौगाट स्कूल का ध्येय नहीं है, बल्कि संस्कारों एंव सभ्यता व सलीके से पूर्ण शिक्षा मुहैया कराना ही फौगाट शिक्षण संस्थान का मूल उद्वेश्य है। इसी कड़ी में यह आयोजन करवाया गया है।
इस मौके पर स्कूल के प्रधानाचार्या निकेता सिंह, सुमन रानी, उमेश गुप्ता, कुणाल, दीपचन्द, सुनील बीसला, शीतल कुशवाह, नरेश सैन, माया, चंचल, अमिता, मंजू तिवारी, संध्या, अपर्णा, अंजली गुप्ता आदि मौजूद थे।

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