मैट्रो प्लस से नवीन गुप्ता की रिपोर्ट
फरीदाबाद, 28 दिसंबर:
एक तरफ जहां सरकार ग्रीन बेल्टों पर किए गए अवैध कब्जों को खाली करवाकर प्रदेश में हरित अभियान को बढ़ावा देने में लगी है, वहीं सरकार के ही कुछ नुमाईंदे उन चंद भू-माफियाओं से मिलकर पार्को पर जबरन कब्जा करवाने में लगे हैं जिनके खिलाफ विजिलेंस ने एफआईआर तक दर्ज कर रखी है। ऐसा ही एक प. दीनदयाल उपाध्याय पार्क है बडख़ल विधानसभा क्षेत्र के अंर्तगत 1डी ब्लॉक में। हार्डवेयर चौक पर स्थित विवादास्पद इंडियन हार्डवेयर कालोनी के साथ लगती पुर्नवास विभाग की करोड़ों रूपये की जमीन व उक्त पार्क पर चंद भू-माफियाओं तथा राजनेताओं द्वारा चारदीवारी कर जबरन कब्जा करने/करवाने को लेकर पुर्नवास विभाग, कोतवाली पुलिस तथा नगर निगम अधिकारियों पर कई तरह के आरोप लग रहे हैं। वहीं 1डी ब्लॉक के निवासियों ने सरकार से इस जमीन पर बने वर्षों पुराने प. दीनदयाल पार्क को उजाड़कर उस पर जबरन कब्जा करने वाले भू-माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही कर उन्हें पुन: वहां बने पार्क को सौंपने की मांग की है।
इस मामले में बडख़ल विधानसभा कमेटी की निगरानी कमेटी के अध्यक्ष आनंदकांत भाटिया ने भी उपरोक्त तीनों विभागों में जो आरटीआई लगाई थी उसके जवाब भी अजीबोगरीब दिए बताए गए हैं।
जानकारी के मुताबिक उपरोक्त जगह पर पुर्नवास विभाग की 3426 गज जमीन हैं जिसमें से कुछ हिस्से पर वहीं 1डी ब्लॉक के निवासियों ने प. दीनदयाल उपाध्याय के नाम से एक पार्क बना रखा था जिसको ये लोग पिछले पिछले करीब 20-25 सालों से मेंटेन कर यहां अपने सामाजिक कार्य भी करते थे। लोगों के मुताबिक इस पार्क में नगर निगम ने इनके बैठने के लिए बैंच आदि भी लगा रखे थे और लाईट व्यवस्था भी की हुई थी। इस पार्क में स्थानीय विधायक सीमा त्रिखा तथा मेयर सुमनबाला भी कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर इस पार्क के उत्थान में काम कर चुकी हैं।
बकौल उषा भाटिया, मिसेज कमला कुमार, अजय चितकारा आदि स्थानीय निवासी 17 जून को यहां पुष्पेन्द्र वर्मा नामक भू-माफिया ने चंद राजनेताओं के साथ मिलकर पुलिस तथा हथियारबंद बाऊंसरों के साये में नगर निगम व पुर्नवास विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत व मौजूदगी में ही निगम की जेसीबी से इस पार्क को तहस-नहस कर पेड़ों को तोड़ते हुए तथा साथ लगती करोड़ों रूपये की जमीन पर जबरन चारदीवारी कर कब्जा कर लिया। इस कारण उनको काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस मामले की शिकायत पुलिस कमिश्वर, कोतवाली पुलिस तथा नगर निगम को भी की हुई है, लेकिन इनकी संलिप्तता के चलते कोई भी इस मामले में कोई कार्यवाही नहीं कर रहा है जबकि इस घटना को करीब 6 महीने बीत चुके हैं।
दूसरी तरफ इस मामले को उपरोक्त तीनों विभागों में आरटीआई के माध्यम से उठाने वाले आनंदकांत भाटिया का कहना है कि पुलिस इस मामले में उनके पास कोई शिकायत ही नहीं आने तथा किसी प्रकार की कोई चारदीवारी नहीं करवाने की बात लिखित तक में दे रही है।
वहीं पुर्नवास विभाग इस मामले से अपना पल्ला सा झाड़ता नजर आ रहा है। पुर्नवास विभाग इस जमीन पर किसी प्रकार का कब्जा होने तथा स्वयं द्वारा चारदीवारी करने से इंकार करते हुए जहां इस जमीन को कभी अपने विभाग की तो कभी इसे इंडियन हार्डवेयर लिमिटेड को अंतरण करने की बात कहकर खुद अपने ही जाल में फंसता नजर आ रहा है।
बकौल आनंदकांत भाटिया नगर निगम भी इस मामले से अपने आपको अलग बताकर अपना पल्ला झाड़ रहा है।
अब ऐसे में सवाल यह उठता है कि वह कौन सा राजनेता या सरकार का नुमाईंदा है जिसकी शह और मिलीभगत से पुष्पेन्द्र नाम भू-माफिया ने पुर्नवास की इस करोड़ो रूपये कीमत वाली जमीन और पार्क पर कब्जा किया है जिसको डर से कोतवाली पुलिस, पुर्नवास विभाग तथा नगर निगम के अधिकारी बचते नजर आ रहे है और आरटीआई का भी गलत जवाब दे रहे हैं।
इसका खुलासा हम अपने अगली खबर में करेंगे किसके इशारे में तत्कालीन निगमायुक्त अनीता यादव के कार्यकाल में पुर्नवास विभाग की जमीन पर नगर निगम अधिकारियों ने दलबल की सहायता से पुलिस की मौजूदगी में उपरोक्त करोड़ों रूपये की बेशकीमती जमीन व पार्क पर चारदीवारी कर कब्जा करवाया और पुर्नवास विभाग मूकदर्शक बना सब देखता रहा। साथ ही वो कौन शख्स/कंपनी है जिसने पुर्नवास विभाग में कुछ पैसे जमा कराकर इस बेशकीमती जमीन को हड़पने का षडयंत्र रचा। उसको लेकर संभवत: ईडी विभाग को भी शिकायत की जा चुकी है। -क्रमश:




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